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अरबों रुपए की मालिक श्री द्रोणाचार्य गौशाला हुई राजनीति की शिकार ,तीन दशक बाद पहली बार होगा चुनाव
अरबों रुपए की चल अचल संपत्ति की मालिक श्री द्रोणाचार्य गौशाला समिति{ रजिस्टर्ड} की प्रबंधक समिति के सितंबर 2021 में होने वाले चुनावों को लेकर शतरंज के राजनीतिक खिलाड़ियों ने पर्दे के पीछे से अपने -अपने मोहरे तलाश कर गोटी बिछानी शुरू कर दी हैं |
बताते चलें कि इस चुनाव में अभी तक 2 गुट बनते नजर आ रहे हैं कुछ पर्दे के पीछे तो कुछ सामने से वोटरों का ध्रुवीकरण करने में लगे हैं सितंबर में होने जा रहे चुनावों में दोनों पक्षों की तरफ से सफेदपोश असामाजिक तत्वों की भूमिका भी अहम रूप से देखने को मिल सकती है |अपना वर्चस्व बनाने में लगे कुछ पदाधिकारी प्रबंधक समिति मे पदों का प्रलोभन देकर भी वोटरों को रिझाने का काम अभी से कर रहे हैं |
आज चूंकि गौशाला समिति अपने आप में काफी बड़ा महत्व रखती है कारण इसके द्वारा सूखा मल डालचंद अस्पताल , S. D. R. V कॉन्वेंट स्कूल, द्रोण डिग्री कॉलेज , द्रोणाचार्य मंदिर व गौशाला का संचालन किया जा रहा है साथ ही इसके पास धरोहर के रूप में अरबों रुपए की चल अचल संपत्ति मौजूद है |
वही गायों की निगाहें आज भी कस्बे की जनता की तरफ टिकी है कि जनता उनको लेकर कब गंभीर होगी |
बताते चलें कि कुछ बेगाने लोग चाहते हैं कि प्रबंधक समिति का विवाद खत्म न होकर आखिर तक बना रहे जिससे दोनों पक्षों द्वारा उनकी खातिरदारी होती रहे व इस बार समिति में कोई जगह मिल जाए वही कुछ जिम्मेदार समाज के लोग मामले को सुलझाने के प्रयास में हैं फिलहाल मामले पर लोगों की रुचि बढ़ती जा रही है |
इस सभी चर्चाओं के बीच दोनों ग्रुपों से अलग तीसरा ग्रुप चुनावों को लेकर कोर्ट की शरण में जाने की तैयारी कर रहा हैं
मुख्य संपादक की कलम से – ओम प्रकाश गोयल