दनकौर
बिशंभर दयाल राममूर्ति देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में शिक्षक दिवस मनाया गया
बिशंभर दयाल राममूर्ति देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में शिक्षक दिवस मनाया गया
दनकौर : सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में प्रति वर्ष की भांति शिक्षक दिवस मनाया गया,
” गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वरः
गुरुः साक्षात्परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः”
अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान से संबद्ध बिशंभर दयाल राम मूर्ति देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज दनकौर में आज 4 सितंबर 2021 को शिक्षक दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य जयप्रकाश सिंह, अतिथियों एवं आचार्यों ने मां शारदे के सम्मुख दीप प्रज्वलन व पुष्पार्चन करके किया गया। तत्पश्चात विद्यालय के प्रधानाचार्य आचार्य वअतिथियों का स्वागत माल्यार्पण करके एनएसएस के वॉलिंटियर्स द्वारा किया गया। इसी क्रम में अतिथि महेश सिंह प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय, उस्मानपुर ने सभी आचार्यों व प्रधानाचार्य का स्वागत कलम देकर व शॉल उड़ाकर किया ।
कार्यक्रम में विद्यालय के अनेक छात्र/छात्राओं व आचार्यों ने अपने अपने विचार प्रस्तुत किए। सर्वप्रथम कक्षा 10 की छात्रा बहन गौरी ने बताया कि शिक्षक दिवस प्रथम उपराष्ट्रपति डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्म दिवस के दिन मनाया जाता है । इसी क्रम में कक्षा 6 के भैया दर्पण ने सभी को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए अपने विचार प्रस्तुत किए। आचार्य ओंकार सिंह ने गीत के माध्यम से बताया कि शिक्षक व छात्र किस प्रकार एक दूसरे से संबंधित हैं तथा बिना गुरु के सफल होना लगभग असंभव है। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए कक्षा 10 की छात्र बहन रजनी ने गुरु की महिमा का गुणगान कविता के माध्यम से किया।
इसी क्रम में आचार्य राजकुमार शर्मा ने बताया कि शिक्षक का संपूर्ण जीवन अपने शिष्यों के जीवन को संवारने के लिए समर्पित होना चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विनोद कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षक का लक्ष्य अपने शिष्यों को कामयाबी की ओर बढ़ाने वह देश का आदर्श नागरिक बनाने वाला होना चाहिए।
कार्यक्रम में पधारे हुए मुख्य अतिथि ओमप्रकाश गोयल ने सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं व बधाई दी।
“गुरु कुम्हार शिष कुंभ है गढ़ि गढ़ि काढ़े खोट ।
अंतर हाथ सहार दे, बाहर बाहै चोट।।”
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य जयप्रकाश सिंह ने सभी के समक्ष एकलव्य व गुरु भक्त आरुणि की गुरुभक्ति का गुणगान करते हुए सभी को उनसे प्रेरणा लेने का आग्रह किया व सभी आए अतिथियों, आचार्यों व छात्र/छात्राओं का आभार व्यक्त किया।
“सब धरती कागद करूं, लेखनी सब बनराय।
सात समंदर की मसि करूं, गुरु गुण लिखा न जाए।”
कार्यक्रम का संचालन शिवशंकर शर्मा ने किया ।कार्यक्रम में विद्यालय के आचार्य संजय शर्मा, भूपेंद्र सिंह, ओमवीर सिंह ,धर्मवीर सिंह ,भास्कर सैनी, अंजू सिंह ,रंजना शर्मा, रूबी चौधरी व कार्यालय बंधु राजकुमार वर्मा, गोपाल गोयल ,राहुल राजपूत एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन कल्याण मंत्र के साथ किया गया।