दनकौर
बिशंभर दयाल राम मूर्ति देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में विश्व साक्षरता दिवस मनाया गया।
बिशंभर दयाल राम मूर्ति देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में विश्व साक्षरता दिवस मनाया गया।
दनकौर: विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से सम्बद्ध विद्यालय बिशंभर दयाल राममूर्ति देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, दनकौर में आज दिनांक 8 सितंबर 2021 को विश्व साक्षरता दिवस उत्साह के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम अध्यक्ष राजकुमार शर्मा, एनएसएस प्रमुख शिवशंकर शर्मा व कार्यक्रम मुख्य वक्ता संजय दीक्षित के द्वारा मां शारदे के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन व पुष्पार्चन करके किया गया।
कार्यक्रम में अनेक छात्र- छात्राओं व आचार्यों ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए।कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए सर्वप्रथम कक्षा 10 की छात्रा बहन रजनी ने बताया कि विश्व साक्षरता दिवस 8 सितंबर को मनाने का प्रस्ताव सर्वप्रथम यूनेस्को ने 1965 में रखा था। इसी क्रम में आचार्या रूबी चौधरी ने साक्षरता दिवस के विषय में विचार रखते हुए बताया कि शिक्षा व्यक्ति एक अचूक शस्त्र है बिना शिक्षा के मानव पूर्ण नहीं है। इस क्रम में एनएसएस प्रमुख
शिवशंकर शर्मा ने बताया कि शिक्षा बिना मनुष्य कुछ भी नहीं व्यक्ति शारीरिक रूप से कमजोर है लेकिन शिक्षित है तो वह परिपूर्ण है अशिक्षित व्यक्ति किसी भी रूप से पूर्ण नहीं है। इसलिए साक्षरता बहुत ही आवश्यक है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संजय दीक्षित ने बताया कि साक्षरता दिवस प्रतिवर्ष मनाने का कारण केवल सभी को शिक्षा के प्रति जागरूक करना है। वर्तमान समय में भारत की साक्षरता दर लगभग 80% है जो कि आजादी के समय मात्र 19% थी।साक्षरता दर अधिक होने के कारण भारत विकसित देश बनने की ओर अग्रसर है।
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम अध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने बताया कि अशिक्षित व्यक्ति को कोई भी किसी प्रकार से गुमराह कर सकता है अफगानिस्तान में हो रहे आतंकवाद अशिक्षा का ही कारण है। सभी का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन कल्याण मंत्र के साथ किया गया । कार्यक्रम का संचालन भास्कर सैनी ने किया कार्यक्रम में विद्यालय के सभी आचार्य ओमवीर सिंह, राकेश चौहान, भूपेंद्र सिंह, धर्मवीर सिंह,अरविंद मावी, ओंकार सिंह रंजना शर्मा, अंजू सिंह व कर्मचारी बंधु राजकुमार वर्मा, गोपाल गोयल,राहुल राजपूत एवं सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।