विघ्न हरण, मंगल करण, गणनायक गणराज |
रिद्धि सिद्धि सहित पधारजो, म्हारा पूरण करजो काज ||
दनकौर : विद्या भारती से सम्बद्ध बिशंभर दयाल राममूर्ति देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, दनकौर में गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाया गया।
सर्वप्रथम विद्यालय के प्रधानाचार्य जयप्रकाश सिंह व आचार्य शिवशंकर शर्मा ने मां सरस्वती व भगवान गणेश के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन, माल्यार्पण व पुष्पार्चन कर के किया। तत्पश्चात भगवान गणेश की प्रतिमा का तिलक कर के लड्डू का भोग लगाया। आचार्यों व छात्रों ने गणेश भगवान पर अपने विचार रखे। सर्वप्रथम आचार्य अरविंद सिंह ने अपने वक्तव्य में बताया कि गणेश भगवान की सर्वप्रथम पूजा क्यों की जाती है। उसके पश्चात आचार्य वी०के० सिंह ने बतया कि गणेश जी ने की मातृभक्ति के विषय मे बताया और गणेश चतुर्थी को विशेष रूप से मराठा समाज के द्वारा अपनाया गया था। इसी क्रम में कक्षा 6 के भैया दर्पण ने सभी को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं देते हुए उनकी लीलाओं का गुणगान किया।
कार्यक्रम के मुख्यवक्ता आचार्य शिवशंकर शर्मा ने गणेश जी के जीवन के विषय मे विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए बताया कि गणेश विसर्जन क्यों किया जाता है व महाराष्ट्र में गणेश जी मेहमान के रूप में अपनी बहन के यहाँ गए थे। उनके पुत्र,बहन,भाई आदि के विषय मे विस्तृत रूप से विचारों को रखा।
कार्यक्रम के अंत मे कार्यक्रम अध्यक्ष प्रधानाचार्य जयप्रकाश सिंह ने सभी को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं देते हुए बताया कि किस प्रकार भगवान श्री गणेश जी की सर्वप्रथम पूजा जाता है । उन्हीं से प्रेरणा लेते हुए हमें भी अपने माता-पिता का व बड़ों का सम्मान करना चाहिए ।कार्यक्रम का संचालन धर्मवीर सिंह ने किया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के आचार्य ओमवीर सिंह ,राकेश चौहान, संजय दीक्षित, भूपेंद्र सिंह ,भास्कर सैनी, ओंकार सिंह, रंजना शर्मा, अंजू सिंह, रूबी चौधरी, कार्यालय बंधु राजकुमार वर्मा ,गोपाल गोयल ,राहुल राजपूत व सभी विद्यालय कर्मचारी उपस्थित रहे।