Bulandshahr
हमारे जीवन में संयम और नियम होने से हमें बहुत जल्दी ही भगवान की प्राप्ति होती है
हमारे जीवन में संयम और नियम होने से हमें बहुत जल्दी ही भगवान की प्राप्ति होती है
बुलंदशहर: श्री श्याम सखा युवा मंडल के तत्वाधान में श्री राजराजेश्वर मंदिर बुलंदशहर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस के पावन प्रसंग में परम पूज्य कथा व्यास श्री कार्ष्णि विजय कृष्ण जी महाराज ने भागवत कथा की महत्व का वर्णन किया। महाराज जी ने कहा कथा को बार-बार सुनना चाहिए जिससे हमारे हृदय का अज्ञान दूर हट कर हमें ज्ञान की प्राप्ति होती है। हमारे जीवन में संयम और नियम होने से हमें बहुत जल्दी ही भगवान की प्राप्ति होती है। कथा का श्रवण हमें भाव और श्रद्धा के साथ करना चाहिए निसंदेह हमें भगवत कथा के श्रवण मात्र से धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष चारों पुरुषार्थ प्राप्त होते हैं। कथा के मध्य में सुंदर भजनों को सुनकर श्रोता आनंद प्राप्त कर भावविभोर हो गए।
स्वामी जी ने कहा भागवत कथा को सुनने से मनुष्य सभी प्रकार के पापों से मुक्त होकर भगवान के धाम को प्राप्त करता है। महाराज जी ने कहा कि भजन कि बिना तन राख की ढेरी के भांति है। स्वामी जी ने कहा भजन की कोई उम्र नहीं होती क्योंकि छोटी अवस्था मे ध्रुव जी ने केवल 5 वर्ष में ही भगवान को प्राप्त कर लिया था। भगवान की प्राप्ति के लिए साधन सहाय नहीं कृपया साध्य है।
मंडल के सदस्य संजय गोयल ने बताया कल महाराज जी के मुखारविंद से अजामिल उपाख्यान, पहलाद चरित्र, नरसिंह अवतार, समुंद्र मंथन, वामन अवतार का पावन प्रसंग कहा जाएगा।
आज भागवत कथा में मंडल के सदस्य विकास अग्रवाल, दीपेन गांगुली, अतुल, हिमांशु गर्ग, रितेश शर्मा, संजय गोयल, संजीव तायल, अमित मित्तल ,हर्ष मिश्रा ,सुलभ बंसल गौरव पुंज, पीयूष वर्मा ,नितिन सोनी ,राजीव चौधरी व भारी संख्या में महिलाएं व पुरुष मौजूद रहे।
सह संपादक- संजय गोयल