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भारत में एक और चक्रवाती तूफान का खतरा

भारत में एक और चक्रवाती तूफान का खतरा

रांची. बंगाल की खाड़ी में एक बार फिर से चक्रवाती तूफान के सक्रिय होने से झारखंड के मौसम में बदलाव का पूर्वानुमान है. तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना को देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र ने येलो अलर्ट जारी किया है. साथ ही लोगों को सावधान रहने की भी सलाह दी गई है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, झारखंड में तूफान का असर 15 अक्‍टूबर से दिखने लगेगा. चक्रवात के प्रभाव के चलते प्रदेश में 17 अक्‍टूबर तक मौसम का मिजाज तल्‍ख रहने की संभावना है. बंगाल की खाड़ी में लगातार चक्रवाती तूफान उठने के कारण झारखंड में इस बार अच्‍छी बारिश हुई है.

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान का असर खासकर झारखंड के मध्‍य और दक्षिणी हिस्‍सों में देखने को मिलेगा. इसके असर से हल्‍के से मध्‍यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है. लेटेस्‍ट मौसम अपडेट के अनुसार, 16 अक्‍टूबर को राज्य के मध्य, उत्तर-पूर्व और दक्षिणी हिस्‍सों में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. इस दौरान गरज-चमक के साथ वज्रपात की भी आशंका जताई गई है. वहीं, 17 अक्‍टूबर को प्रदेश के विभिन्‍न हिस्‍सों में मध्यम दर्जे की बारिश होने का पूर्वानुमान है. मौसम केंद्र का कहना है कि 18 और 19 अक्‍टूबर को बादल छाए रहेंगे.

बंगाल की खाड़ी में पिछले 1 महीने के दौरान कई बार निम्‍न दबाव का क्षेत्र बन चुका है तो कई बार चक्रवाती तूफान भी आ चुके हैं. बंगाल की खाड़ी में हलचल का असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा के बाद झारखंड पर भी पड़ता है. इसके कारण इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान शुरुआत में औसत बारिश भी नहीं हुई थी, लेकिन मौसमी दशाओं में अंतर के बाद झारखंड में झमाझम बारिश हुई. इससे जहां पानी की कमी दूर हुई तो दूसरी तरफ किसानों को इसका नुकसान भी उठाना पड़ा है. बता दें कि साइक्‍लोन गुलाब के प्रभाव से झारखंड में मूसलाधार बारिश हुई थी. इससे प्रदेश के कई शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे.

 

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