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अमेरिका के कहने पर चेन्नई में हेलीकॉप्टर क्यों किया गया जब्त

अमेरिका के कहने पर चेन्नई में हेलीकॉप्टर क्यों किया गया जब्त

शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने चेन्नई से एक हेलीकॉप्टर को जब्त कर लिया है. अब ये हेलीकॉप्टर भी अमेरिका की सिफारिश के बाद जब्त किया गया है. अमेरिकी अधिकारियों की अपील के बाद भारत की जांच एजेंसी ने ये कार्रवाई की और चेन्नई से एक BELL 214 हेलीकॉप्टर को जब्त कर लिया गया.

जानकारी दी गई है कि ये हेलीकॉप्टर हामीद इब्राहिम और अब्दुल्ला के नाम पर है जिसे अमेरिका की AAR Corporation कंपनी से इंपोर्ट करवाया गया था. थाइलैंड से होते हुए BELL 214 हेलीकॉप्टर की भारत में एंट्री करवा दी गई और फिर इसे चेन्नई के J Matadee Free Trade Warehouse Zone में रखा गया.

अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग का आरोप है कि BELL 214 हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल आरोपियों द्वारा प्रतिबंधित देश में किया गया था, ऐसे में उन पर ये मामला दर्ज हुआ था. अब क्योंकि ये आरोपी भारत आ गए और उन्होंने चेन्नई में इस हेलीकॉप्टर को छुपा दिया, ऐसे में भारत की ईडी ने अमेरिका के कहने पर अपने स्तर पर जांच की और उस हेलीकॉप्टर को अपने कब्जे में ले लिया.

इस कार्रवाई के बाद जारी बयान में ईडी ने कहा है कि हेलीकॉप्टर को एक वेयर हाउस में रखा गया था. उस गोदाम का हर महीने किराया भी दिया जा रहा था. जब हेलीकॉप्टर को जब्त किया गया तब वो Dismantle कंडीशन में था और उसके कई हिस्से अलग पड़े हुए थे.

वैसे जानकारी के लिए बता दें कि भारत ने अमेरिका की मदद भी इसलिए की है क्योंकि दोनों देशों के बीच एक संधि जारी है. Mutual Legal Assistance Treaty के जरिए ही अमेरिकी अधिकारियों ने भारत से उस हेलीकॉप्टर को जब्त करने की अपील की थी. अब क्योंकि भारत उस संधि को मानता आ रहा है, ऐसे में कार्रवाई को भी तुरंत अंजाम दिया गया और चेन्नई से उस हेलीकॉप्टर को भी जब्त किया गया.

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