नई दिल्ली: इस डिजिटल एजुकेशन के युग में खासकर कोविड-19 दौर के बाद स्कूल जाने वाले तकरीबन 25 पर्सेट बच्चों की नजर प्रभावित हुई है। इसकी वजह ऑनलाइन क्लास है।
चिंता की बात यह है कि इस 25 पर्सेट बच्चों की आबादी में से करीब एक तिहाई लोकल स्तर पर गलत तरीके से बताए गए आई वियर के कारण विजन की समस्याओं से जूझ रहे हैं सेंटर फॉर साइट की स्टडी में ये बात सामने आई। सीएफएस विजन अपनी कोशिशों को दुगुना करके पूरे देश में इसे दुरुस्त करना चाहता है।
सीएफएस का डायरेक्टर डॉ. महिपाल का कहना है कि सीएफएस विजन आने वाले वर्षों में मेक इन इंडिया मिशन के तहत फ्रेम और लेंस के निर्माण में भी काम करेगा।