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दनकौर

सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में डॉ० जगदीश चंद्र बसु की जयंती का कार्यक्रम बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया

सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में डॉ० जगदीश चंद्र बसु की जयंती का कार्यक्रम बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया

दनकौर :विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से संबद्ध विद्यालय बिशम्बर दयाल राममूर्ति देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, दनकौर में आज दिनांक 30 नवम्बर 2021 डॉ० जगदीश चंद्र बसु की जयंती का कार्यक्रम बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे व डॉ० जगदीश चंद्र बसु के चित्र के सम्मुख प्रधानचार्य जयप्रकश सिंह व कार्यक्रम के मुख्यवक्ता भूपेंद्र सिंह ने दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण करके किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के अनेक छात्र- छात्राओं व आचार्यों ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता भूपेंद्र सिंह ने डॉ० जगदीश चंद्र बसु के जीवन से संबंधित विभिन्न घटनाओं का विस्तार से व्याख्यान किया उन्होंने इंग्लैंड की पढ़ाई के दौरान जगदीश चंद्र जी के जीवन में आई अनेक कठिनाइयों तथा उनकी द्वारा की गई शोध सूक्ष्म तरंगे तथा वनस्पति विज्ञान के बारे में बताया तथा इसी क्रम में 11वीं की छात्रा बहन आफरीन ने डॉक्टर साहब के द्वारा की गई खोज के विषय में बताया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे शिवशंकर शर्मा ने जगदीश चंद्र जी के जीवन से संबंधित विभिन्न घटनाओं पर विस्तार से बताया। संजय दीक्षित ने बताया कि भारत में शिक्षण के दौरान उन्हें अंग्रेज अध्यापकों की अपेक्षा एक तिहाई वेतन मिलता था। इस बात का उन्होंने विरोध किया और विश्वविद्यालय में बिना वेतन के शिक्षण कार्य करने का फैसला किया। ऐसे सरल स्वभाव के व्यक्ति डॉ० जगदीश चंद्र बसु थे। इनके द्वारा की गई खोज का श्रेय किसी अंग्रेज वैज्ञानिक को दे दिया था इस बात को भी जगदीश चंद्र जी ने मन में नहीं रखा और लगातार निस्वार्थ भाव से बच्चों को पढ़ाते रहे।

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य जयप्रकाश सिंह ने सभी छात्रों को डॉ० बसु के जीवन से सीख लेकर उनके जैसा बनने का प्रयास करना चाहिए।

कार्यक्रम में आचार्य राजकुमार शर्मा, ओमवीर सिंह, वी०के० सिंह,भास्कर सैनी, यशवीर सिंह, धर्मवीर सिंह,अंजू सिंह, रूबी चौधरी तथा सभी कार्यालय बंधु एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।

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