Bulandshahrcorona update
लक्षण नजर आएं तो कोविड जांच जरूर कराएं
- लक्षण नजर आएं तो कोविड जांच जरूर कराएं : डा. गौरव सक्सेना
- सर्दी, खांसी-जुकाम व बुखार लगातार बने रहने और सांस फूलने पर चिकित्सक से करें परामर्श
- कोरोना के लक्षण आने पर करें कोरोना प्रोटोकॉल का पालन
बुलंदशहर:- कोविड काल में सर्दी, खांसी-जुकाम, बुखार और सांस फूलने को हल्के में न लें | इस तरह के लक्षण नजर आने पर बगैर विलंब किए तुरंत चिकित्सक से परामर्श करें और कोविड जांच कराएं। यह बातें कोविड जांच के नोडल अधिकारी डा. गौरव सक्सेना ने कहीं। साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें। यदि अभी तक कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण नहीं कराया है तो सबसे पहले टीकाकरण कराएं।
जिला कोविड-19 जांच अधिकारी डा. गौरव सक्सेना ने कहा-जुकाम, खांसी, बुखार, आईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस) या सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (सारी) के लक्षण आने पर चिकित्सक से सलाह लेकर कोविड जांच जरूर कराएं। खुद से या केमिस्ट की सलाह पर दवा न लें। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड जांच सुविधा निशुल्क उपलब्ध है। जनपद में जिला चिकित्सालय, समेत जनपद के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क जांच की सुविधा निशुल्क उपलब्ध है। उन्होंने बताया – जनपद में रोजाना पंद्रह सौ दो हजार जांच की जा रही हैं।
डा. सक्सेना ने कहा – कोरोना संक्रमण से बचने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना जरूरी है। घर से बाहर निकलें तो मॉस्क से नाक और मुंह अच्छी तरह से ढककर रखें। सार्वजनिक स्थान पर जाएं तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। ऐसा कतई न समझें कि मॉस्क लगाने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत नहीं होती। मॉस्क लगाने के बाद भी दो गज की शारीरिक दूरी रखना जरूरी है। उन्होंने जनपद वासियों से अपील की कि किसी कार्यक्रम में शामिल होने पर इन सभी बातों का पूरा ख्याल रखें। किसी से मिलने और साथ बैठने के लिए खुले स्थान का चयन करें। बंद कमरे में एक साथ बैठने से बचें। मजबूरी हो तो कमरे के दरवाजे-खिड़कियां खोलकर उसे हवादार बना लें।
उन्होंने कहा-बाहर से घर लौटने पर अपने हाथों को साबुन-पानी से अच्छे से धोना न भूलें। गर्म पानी से गरारे और भाप लेना भी बचाव का जरिया है। हाथ धुलने के बाद ही घर का कोई सामान छुएं।
कोरोना प्रोटोकॉल के साथ टीकाकरण जरूरी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीके सिंह ने कहा ध्यान रहे कोविडरोधी टीका लगवाने से कोविड की गंभीरता का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है, इसलिए यदि अभी तक टीकाकरण नहीं करवाया है तो जल्द से जल्द करवा लें, जिन लोगों के टीके की दूसरी डोज का समय हो गया है वह दूसरी डोज अवश्य लगवा लें।