एक रूपया व एक ईट
एक रूपया व एक ईट:- अग्र -वैश्य समाज की गौरव गाथा , भाग 25
………..तालाब “लक्खी सागर” के नाम से विख्यात हुआ।
अग्रोहा को तीर्थ के रूप में विकसित करने का सूत्रपात
अग्रोहा को तीर्थ के रूप में विकसित करने का सूत्रपात उस समय हुआ जब 5, 6 अप्रैल 1975 को सम्पन्न हुए अखिल भारतीय अग्रवाल प्रतिनिधि सम्मेलन में इस पर विचार हुआ। यह सम्मेलन धर्म भवन, साउथ एक्सटेन्सन नई दिल्ली में सम्पन्न हुआ। इसमें पारित पाँचवे प्रस्ताव के अनुसार यह तय किया गया कि “यह प्रतिनिधि सम्मेलन अग्रवालों की जन्मभूमि अग्रोहा का पुनरूत्थान करने का अनुरोध करता है। ”
अखिल भारतीय अग्रवाल प्रतिनिधि सम्मेलन के पश्चात नागपुर में 6 व 7 सितम्बर 1975 को सम्पन्न हुए अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन की तदर्थ समिति के अधिवेशन में प्रतिनिधि सम्मेलन के प्रस्ताव पर विचार करते हुए सर्व सम्मति से तय हुआ कि अग्रोहा को तीर्थ के रूप में विकसित करने के लिए कार्य आरम्भ किया जाये।
अग्रोहा विकास ट्रस्ट की स्थापना ….….. अगले अंक मे