Bulandshahr
औरंगाबाद बिजली घर में आये दिन लगती है आग
औरंगाबाद स्टेट हाइवे स्थित अंबेडकर पार्क के पीछे पुराने बिजली घर में अक्सर विद्युत तारों से निकलीं चिंगारियों से आग के शोले भड़क उठते हैं। मशीनें धूं धूं करके जलने लगती हैं और आग लगते ही
आसपास रहने वाले आग फैलने की आशंका से भयभीत हो जाते हैं।जब बिजली घर जल रहा हो तो कसबे में बिजली आपूर्ति होने का तो प्रश्न ही नहीं उठता।
आग लगते ही कसबे में बिजली गुल हो जाती है। आग बुझने के पश्चात विद्युत कर्मचारी जैसे तैसे तार जोड़ जाड़ कर मशीनें चालू कर भी देते हैं तो आग की चिंगारी फिर से भड़कने लगतीं है तो तमाम प्रयासों पर पानी फिर जाता है।
जानकार सूत्रों के अनुसार कर्मचारियों के पास आवश्यक औजार,प्लास पेचकस दस्ताने तक भी ढंग से मुहिया नहीं कराये जाते हैं। दूसरी तरफ ओवरलोड, भारी पैमाने पर विद्युत चोरी आदि भी अक्सर आग लगने का कारण बने हुए हैं।
ऐसा नहीं है कि विद्युत चोरी रोकने के लिए विभाग कोई कार्रवाई नहीं करता है , अक्सर विजीलेंस टीम समय समय बदल कर कभी देर रात्रि में तो कभी अल सुबह छापा मारकर विद्युत चोरी पर अंकुश लगाने का प्रयास करतीं हैं लेकिन असल विद्युत चोरों को बड़े विद्युत चोरों को विभागीय अधिकारी कर्मचारी आदि का संरक्षक बताया जाता है जिसके कारण छापा कभी भी पड़े उनको पता पहले ही लग जाता है। छोटे मध्यम बिजली चोर ही विजीलेंस टीम के हत्थे चढ़ पाते हैं बाकी चैन की बंशी बजाते हुए पूर्ववत विद्युत विभाग और सरकार को चूना लगाते हैं।
भीषण गर्मी में अंधाधुंध विद्युत कटौती कसबा वासियों का जीना दुश्वार किये हुए है लेकिन जानकार सूत्रों के अनुसार जब तक कसबे के बिजली घर का नये सिरे से जीणोद्धार नहीं किया जायेगा तब तक यहां की विद्युत आपूर्ति की समस्या का समाधान होना पूरी तरह असंभव है।
औरंगाबाद से राजेन्द्र अग्रवाल