- डा. वंदना कमल ने कराया सामान्य प्रसव, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ
- केन्द्र पर बच्ची का जन्म होने पर खुशी से झूम उठा स्टाफ
नोएडा:- शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (यूपीएचसी) होशियारपुर पर पहली बार प्रसव कराया गया । यह संभव हो सका केन्द्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. वंदना कमल की सूझबूझ और प्रयास से। गत दिवस (6 जूलाई) एक गर्भवती अपनी जांच कराने केन्द्र पर आयी थी। उसे प्रसव पीड़ा हो रही थी। परिस्थियों को भांपते हुए डा. वंदना ने प्रसव पूर्व जांच की तो उन्हें लगा कि थोड़ी सी देर जच्चा बच्चा के लिए जोखिम भरी हो सकती है। इसलिए उन्होंने तत्काल प्रसव कराने का निर्णय लिया और केन्द्र पर सीमित साधनों के साथ सफलता पूर्वक प्रसव कराया। केन्द्र पर पहली बार किसी बच्चे का जन्म होने पर समस्त स्टाफ खुशी से झूम उठा।
6 जुलाई को सर्राफाबाद झुग्गीबस्ती निवासी गर्भवती रिहाना आशा कार्यकर्ता शोभा के साथ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र होशियारपुर पर जांच कराने पहुंची। केन्द्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. वंदना कमल ने जांच के दौरान पाया कि फुल डायलेशन यानि प्रसव का समय आ गया है। प्रसव पीड़ा शुरू हो चुकी थी और क्राउनिंग यानि बच्चे का सिर बाहर आता दिख रहा था। उन्होंने रेफर करने के बजाय केन्द्र पर ही प्रसव कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी। डा. वंदना का प्रयास रंग लाया और रिहाना ने बेटी को जन्म दिया। बच्ची की रोने की आवाज सुनकर केन्द्र का स्टाफ खुशी से झूम उठा। 23 वर्षीय रिहाना का यह पहला प्रसव है। जन्म के समय बच्ची का वजन करीब ढाई किलोग्राम था। अब जच्चा और बच्ची दोनों स्वस्थ हैं।
डा. वंदना ने बताया आमतौर पर सामान्य प्रसव के दौरान भी थोड़े बहुत कट लगाने पड़ते हैं, लेकिन रिहाना का प्रसव बिना किसी कट के हुआ है। प्रसव के वक्त स्टाफ नर्स और आशा कार्यकर्ता शोभा मौजूद रहीं।
सर्राफाबाद निवासी रिहाना के पति मिन्टू रहमान ने बताया वह पत्नी की नियमित रूप से जांच करा रहा था। उसने प्रसव पूर्व सभी जांच सर्राफाबाद शहरी स्वास्थ्य केन्द्र पर करायी थीं। जब उसकी पत्नी को परेशानी हुई तो उसने अपने क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता शोभा से संपर्क किया। शोभा रिहाना की हालत को देखते हुए तुरंत नजदीकी यूपीएचसी होशियारपुर पर पहुंची और रिहाना को डा. वंदना के पास ले गयी। डा. वंदना ने उसकी स्थिति देखकर केन्द्र पर प्रसव कराने का प्रबंध कर दिया।