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साहित्य उपवन

मजहबी ढांचे के विरुद्ध भदरी नरेश का कुंडा तहसील में धरना – दिव्य अग्रवाल

भदरी नरेश महाराज उदय प्रताप सिंह जी उम्र के इस पड़ाव पर भी सनातन धर्म के प्रति समर्पित होकर धर्म रक्षण हेतु क्षत्रियता परम्परा का अनुपालन कर रहे हैं । प्रतापगढ़ कुंडा क्षेत्र के शेखपुर आशिंक गाँव की सड़क पर मुस्लिम समाज ने एक मज्जिदनुमा ढांचा या द्वार जैसा कुछ बनवा दिया है । जिस पर उर्दू भाषा में भी कुछ लिखा हुआ है एवं हिन्दू हो या मुसलमान सभी को उस मजहबी ढाँचे के नीचे से जाना पड़ता है । महाराज उदय प्रताप सिंह जी का कहना है की यह मजहबी ढांचा मुस्लिम समाज ने अपनी किसी व्यक्तिगत सम्पत्ति पर तो बनाया नहीं है अपितु सरकरी जमीन का अतिक्रमण करते हुए सार्वजनिक सड़क पर यह ढांचा बनाया गया है ।

दिव्य अग्रवाल
दिव्य अग्रवाल(राष्ट्रवादी लेखक व विचारक, गाजियाबाद)

जिसके चलते ना चाहते हुए भी हिन्दुओ को मजबूरन उसी ढांचे के नीचे से निकलकर सड़क पार करनी पड़ती है जिससे हिन्दुओ की धार्मिक भावना आहत हो रही है । अतः महाराज उदय प्रताप सिंह जी इस ढांचे के ध्वस्तीकरण की मांग को लेकर कुंडा तहसील में धरने पर बैठ गए हैं उम्र के इस पड़ाव में भी सनातन धर्म हेतु संघर्ष करने के उनके इस संकल्प से क्षेत्र के सभी हिन्दू युवाओ की नवीन ऊर्जा प्राप्त हो रही है । महाराज उदय प्रताप सिंह जी ने योगी जी महाराज की तारीफ करते हुए प्रशासनिक अधिकारियो को चेताया है की जब परम्परागत रूप से चली आ रही सड़क पर नमाज बंद हो सकती है मज्जिदो से लाउडस्पीकर उतर सकते हैं तो इस अवैध निर्माण को क्यों नहीं ध्वस्त किया जा सकता । भारत में एक तरफ कुछ ऐसे भी लोग हैं जो सनातन धर्म के मार्ग पर चलते हुए समृद्धि प्राप्त करने के पश्चात सनातन धर्म के संरक्षण हेतु चर्चा करना भी पसंद नहीं करते और दूसरी तरफ राजा रघुराज प्रताप सिंह जी के पिता महाराज उदय प्रताप सिंह जी जैसे व्यक्ति भी हैं । जिनके पास सब कुछ होने के पश्चात भी ऐसे प्रभावशाली व्यक्ति सनातन के लिए संघर्ष करने से पीछे नहीं हटते हिन्दू समाज की युवा पीढ़ी को अपने पूर्वजो एवं भदरी नरेश महाराज उदय प्रताप सिंह जी से प्रेरणा व् सीख लेनी चाहिए ।

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