[ia_covid19 type="table" loop="5" theme="dark" area="IN" title="India"]
Bulandshahr

शासन ने बदला हेल्पलाइन नम्बर अब 104 पर मिलेगी प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जानकारी

- योजना संबंधित समस्याओं का होगा समाधान 

बुलंदशहर, : सरकार की महत्वपूर्ण योजना प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के अंतर्गत किसी भी प्रकार की जानकारी एवं समस्या के समाधान के लिए अब हेल्पलाइन नम्बर-104 डायल करना होगा। राज्य स्तर पर संचालित पीएमएमवीवाई के हेल्पलाइन नम्बर में बदलाव किया गया है। पहले योजना का हेल्प लाइन नम्बर 7998799804 था।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह ने बताया- सरकार की महत्वकांक्षी योजना पीएमएमवीवाई एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में जानकारी के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की हेल्पलाइन नम्बर 104 पर लाभार्थी एवं आमजन सम्पर्क कर सकते हैं। इस हेल्पलाइन नम्बर पर योजना सम्बंधित समस्याओं का समाधान हो सकेगा।

सीएमओ ने बताया कि इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की निदेशक एवं राज्य परिवार नियोजन सेवा अभिनवीकरण परियोजना एजेंसी (सिफ्सा ) की अधिशासी निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने पत्र जारी कर प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जानकारी दी है। उन्होंने कहा – पीएमएमवीवाई केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। यह सिफ्सा द्वारा संचालित की जाती है।

पहली बार गर्भवती होने पर तीन किस्तों में मिलते हैं पांच हजार रुपये

योजना के नोडल अधिकारी डा. राकेश चन्द्र ने बताया कियोजना के तहत पहली बार गर्भवती (मां बनने) होने पर महिला को तीन किस्तों में पांच हजार रुपये दिए जाते हैं, प्रसव चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में कराया गया हो। पंजीकरण के लिए माता-पिता का आधार कार्ड, मां की बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है। मां का बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिये। निजी अकाउंट ही मान्य होगा। यदि बच्चे का जन्म हो चुका है तो मां और बच्चे दोनों के टीकाकरण का प्रमाणिक पर्चा होना जरूरी है। उन्होंने बताया- पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जाँच होने पर दूसरी किस्त के रूप में (गर्भावस्था के छह माह बाद) 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।

Show More

Related Articles

Close