Bulandshahr
गिरिराज जी की परिक्रमा लगाने से मनुष्य के मिट जाते हैं सभी संकट- आचार्य ज्ञानेश तिवारी
श्री ठाकुरद्वारा मंदिर बुलंदशहर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
बुलंदशहर: वृंदावन से पधारे आचार्य ज्ञानेश तिवारी जी महाराज ने श्री ठाकुरद्वारा मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पंचम दिवस पर श्री कृष्ण की बाल लीलाओं और गोवर्धन जी की पूजा की महिमा के विषय में बताया ,
महाराज श्री ने कहा प्रभु बालकृष्ण ने ब्रज में जन्म लेकर बाल लीलाओं द्वारा अपने भक्तों को सुख प्रदान किया। भगवान ने अपने बंसी की मधुर तान से सभी भक्तों को आनंद प्रदान किया। भगवान श्री कृष्ण ने माखन चोरी की| महाराज जी ने कहा मन ही हमारा माखन है और भगवान हमारे मन को चुराते हैं कथा के क्रम को आगे बढ़ाते हुए परम पूज्य महाराज जी ने श्री गिरिराज जी की पावन कथा का वर्णन किया |भगवान श्री कृष्ण ने इंद्र की पूजा बंद कराकर श्री गोवर्धन की पूजा कराई| गिरिराज की पूजा से भगवान ने यह शिक्षा दी की व्यक्ति को अपना कर्म सदैव करते रहना चाहिए कर्म करने से ही व्यक्ति को फल की प्राप्ति होती है सभी भक्तों ने गिरिराज महाराज की पूजा की छप्पन भोग का दर्शन किए महाराज के मुख से भगवान के भजन सुनकर सभी भक्त भावविभोर होकर नृत्य करने लगे श्री गिरिराज जी की दिव्य झांकी का दर्शन कर सभी भक्तों ने दिव्य आनंद प्राप्त किया | महाराज जी ने कहा जो व्यक्ति गिरिराज जी की पूजा करता है श्री गिरिराज की परिक्रमा लगाता है उसके सभी संकट मिट जाते हैं| उसको भगवान के चरणों की प्राप्ति होती है और उसका संसार सागर से उद्धार हो जाता है|
आज कथा में मुख्य रूप से गौरव सिंघल ‘अरुण गोयल, संजय गोयल, नितिन सोनी ,अतुल कृष्णदास एडवोकेट, विकास अग्रवाल, सुलभ बंसल, सौरव गांगुली , कृष्णा वर्मा, प्रदीप वर्मा, धीरज वर्मा, सुंदर लाल वर्मा, अनिल गुप्ता, हर्षित तायल, आदि सदस्यगण मौजूद रहे।
वृंदावन धाम से पधारे आचार्य ज्ञानेश तिवारी जी महाराज ने कहा कि हम जब भी अपने भगवान के नाम का स्मरण करते हैं अपने प्रभु के नाम की चर्चा करते हैं और और सच्चे हृदय से किसी भी माध्यम से उनके नाम को आगे बढ़ाने का कार्य करते हैं तो ईश्वर निश्चित रूप से हमें अच्छा फल देते हैं| हमारी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं|
महाराज श्री ने कहा कि हमारे मीडिया साथी समाचार पत्र में छाप कर या फिर अपने चैनल या किसी भी माध्यम से भागवत ज्ञान को समाज तक पहुंचाने का जो कार्य करते हैं यह भी एक बहुत पुण्य का कार्य है| ऐसे साथियों की भी भगवान के यहां भागवत कथा में उपस्थिति दर्ज होती है और भगवान के यहां यह अच्छा कार्य लिखा जाता है ईश्वर उनकी भी मनोकामना पूर्ण करते हैं|
रिपोर्ट- सह संपादक संजय गोयल