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Bulandshahr

सरकारी स्कूल में बच्चों को थमा दी झाडू

प्रधान अध्यापक, सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी बता रहे हैं मुख्यमंत्री के आदेश, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मौन

औरंगाबाद( बुलंदशहर ) भले ही शासन प्रशासन बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटा हो सत्तर अस्सी हजार रुपए वेतन पाने वाले सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक बच्चों को शिक्षित करने के स्थान पर स्कूलों में झाड़ू तक बच्चों से लगवा रहे हैं ऊपर से तुर्रा यह कि आदेश भी खुलकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बता रहे हैं।

विकास खंड अगौता अंतर्गत ग्राम शरीफपुर भैंसरौली में गुरुवार को अध्यापक ने कक्षा चार की दो बालिकाओं को स्कूल प्रांगण में झाड़ू लगाने का फरमान सुना दिया। शर्म की बात यह रही कि अध्यापक मेज पर पैर फैलाए सफाई करती बालिकाओं को आराम तलबी के साथ देखता रहा।

सोशल मीडिया पर विडियो वायरल होने के बाद प्रधान अध्यापक का कहना था कि स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूली बच्चों से सफाई कराने की अपील सभा में मंच से की थी। कहां की थी यह बताने में वो असमर्थ रहे।

अब सुनिए अगौता के ए बी एस ए का कथन । स्कूली बच्चों से झाडू लगवाने की बाबत पूछे जाने पर उन्होंने फोन पर बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि जब घरों में साफ सफाई बच्चों द्वारा की जाती है तो स्कूल भी हमारा घर है। इसमें बुरा क्या है?

बेसिक शिक्षा अधिकारी वीके शर्मा ने फोन ही रिसीव नहीं किया। जानकार बताते हैं कि वीके शर्मा अक्सर फोन रिसीव नहीं करते। यदि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी बिना सरकारी नंबर के मोबाइल से फोन करें तो उनका फोन नहीं उठेगा।

बुलंदशहर के भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल सिसोदिया ने उनके फोन रिसीव नहीं करने से तंग आकर उनके घर जाकर कैफियत तलब की तो शहंशाह जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी वी के शर्मा ने अभ्रद्रव्यवहार किये जाने का आरोप लगाया था। फोन रिसीव नहीं करने के चलते स्कूलों में बच्चों से झाडू लगवाने के संबंध में उनका पक्ष नहीं जाना जा सका।

रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल

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