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उत्तर प्रदेश

साईरस मिस्त्री और बी सी सी एल के ऋषभ गुलशन के एक्सीडेंटल मौत के पीछे का ज्योतिष पक्ष – जानते है सेलिब्रिटी वास्तु शास्त्री डॉ सुमित्राजी से 

हाल ही में ठीक एक महीने पहले ४ सितम्बर को उद्योगपति और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का मुंबई के पास एक कार दुर्घटना में निधन हो गया है। उनकी मर्सिडीज़ कार सड़क पर डिवाइडर से टकरा गई, वह गुजरात के अहमदाबाद से लौट रहे थे। देश इस नुकशान से उभरा भी नहीं था की ठीक एक महीने बाद फिर एक दुर्घटना में बेनेट कलमा एन कंपनी लिमिटेड (BCCL) के स्ट्रेटेजी एंड डिजिटल ग्रोथ के प्रमुख ऋषब गुलशन की रोड एक्सीडेंट में मृत्यु हो गई। वे बाइक से जा रहे थे । जब ये घटना हुई वे रेवाड़ी, हरयाणा में थे दिल्ली जयपुर हाईवे पर। मृत्यु एक अटल सत्य है पर मोत कैसी होगी, कब होगी , किन परिस्थितियों में होगी , ये सब जन्मपत्रिका से बताया जा सकता है ।

अष्टमेश और अष्टम भाव से मृत्यु के कारण की गणना की जाती है। ९ के ९ ग्रह ही अपना अष्टम भाव से सम्बन्ध के आधार पर मृत्यु देते है।

सूर्य के कारण होने वाली मृत्यु – आग में जलने , बिजली के झटके, साप के काटने या दम घुटने से होती है।

चन्द्रमा के कारण होने वाली मृत्यु – आत्महत्या या डूबने से होती है। कुछ समय पहले हमने जाना था की श्रीदेवी की मृत्यु बाथटब में हुई थी।उनकी जन्मा पत्रिका का विश्लेषण से ये पता लगता है की उनकी जन्मा पत्रिका में असतं का मालिक शनि है , मृत्यु के दिन उनकी शनि की महादशा, शनि की अंतर दशा और चन्द्रमा की प्रत्यंतर दशा चल रही थी। डूब के मरने के लिए अष्टम भाव का सूर्य और चन्द्रमा से सम्बन्ध होना अनिवार्य है। गोचर में उस दिन सूर्य उनके अष्टम में था। सूर्य और चन्द्रमा का ये सम्बन्ध उन्हें डूब के मृत्यु दी। उनकी जन्मपत्रिका में शनि का चार राशि में होना भी ये दर्शाता है की विदेशी भूमि में मृत्यु होगी।

मंगल के कारण होने वाली मृत्यु – हथियारों से,विस्फोट से होती है।

बुध के कारण होने वाली मृत्यु – दिमागी गढ़बढ़ी , गले से सम्बंधित मृत्यु। सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु जिस दिन हुई उस दिन गोचर का राहु और बुध दोनों ही उनके आंठवे भाव में थे। सुशांत सिंह उस समय राहु महा दशा , चन्द्रमा अंतर दशा और शुक्र की प्रत्यंतर दशा में चल रहे थे। चन्द्रमा मनसो जातः अर्थात चन्द्रमा मन का करक होता है। जब ग्रहो की स्थिति विपरीत हो तब इस प्रकार की मृत्यु संभव है। लटक कर मरने वाले कई सेलिब्रिटी है जैसे की टेलीविज़न एक्ट्रेस प्रत्युषा बनर्जी , जिआ खान ,कुलदीप रंधावा।

बृहस्पति और शुक्र के कारण होने वाली मृत्यु – रोगो के कारण होती है। जैसा की हाल ही में राजू श्रिवास्तव का हुआ।

शनि के कारण होने वाली मृत्यु – दम घुटने से होती है।

राहु के कारण होने वाली मृत्यु – आत्महत्या से होती है।

केतु के कारण होने वाली मृत्यु – आत्महत्या, हथियारों की चोट से होती है।

साईरस मिस्त्री और ऋषब गुलशन की मृत्यु वहां दुर्घटना में हुई। ऐसी मृत्यु चौथे और दसवे भाव का सम्बन्ध सूर्य और मंगल से होने पर ही होना संभव है ।

जन्म के समय ही जन्मपत्रिका से ये बताया जा सकता है की बच्चा आगे चल के सिपाही बनेगा और वीरगति को प्राप्त होगा। जितने भी युद्ध के मैदानों में हथियारों से मारे जा रहे है वे सब की जन्मपत्रिका से इसे बताया जा सकता है।

जन्मपत्रिका का विश्लेषण और कमजोर समय को समझ कर सावधानी बरतने से और मंत्र, मणि और औषधि के उपाय करने से अनहोनी से बचा जा सकता है।

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