Bulandshahr
नगर पंचायत के विकास कार्यों में घपले ही घपले
पच्चीस लाख की सड़क नहीं चल पायी आठ महीने ई ओ ने जांच के बाद ठेकेदार से रिकवरी कराने का दिया आश्वासन
औरंगाबाद( बुलंदशहर ) नगर पंचायत औरंगाबाद में पिछले पांच साल में हुए विकास कार्यों में किस कदर सरकारी धन की बंदरबांट लूट खसोट मची उसका जीता जागता नमूना मात्र आठ माह पहले बनी सड़क है जिसपर 24 लाख उनतीस हजार रुपए खर्च किए गए थे। लगभग 25 लाख की भारी भरकम लागत के बाबजूद लगभग दो सौ मीटर की यह सड़क एक साल भी सही सलामत नहीं रह सकी। केवल आठ माह में ही यह सड़क जर्जर हो चुकी है।
सूत्र बताते हैं कि विकास कार्यों में कमीशनखोरी का खेल जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की मिली भगत और हिस्से बंटाई के कारण बेख़ौफ़ खेला जाता रहा। सबको अपने अपने हिस्से से मतलब रहा विकास कार्यों की गुणवत्ता से किसी का कोई सरोकार रहा ही नहीं। नगर पंचायत के पिछले पांच वर्षों में कराये गये तमाम विकास कार्यों की यदि उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच पड़ताल शुरू की जाये तो फिर तत्कालीन जनप्रतिनिधियों और तमाम अधिकारी कर्मचारियों की पोल पट्टी खुलते देर नहीं लगेगी।सच तो यह है कि विकास कार्यों के नाम पर लोगों ने अपनी जेब भरने का काम ही अधिक किया है। बल्कि कहना उचित होगा कि सरकारी धन को बड़ी ही बेरहमी से लूटा गया है।
नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी भूपेंद्र प्रताप सिंह ने ग्लोबल न्यूज़ 24 ×7 के संवाददाता द्वारा टूटी सड़क की बाबत पूछे जाने पर कहा कि वे सरकारी कार्य से फिलहाल इलाहाबाद गये हुए हैं। आने पर सड़क का मुआयना और पत्रावली देखने के पश्चात ठेकेदार से रिकवरी की कार्रवाई शुरू कराई जाएगी। विकास कार्यों में गुणवत्ता की कमी पाये जाने पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जायेगी।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल