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Bulandshahr

जनपद के 218 स्वास्थ्य केंद्रों पर मना एकीकृत निक्षय दिवस 

जांच के लिए संभावित मरीजों के बलगम के नमूने लिये ,जांच में टीबी की पुष्टि होने पर तुरंत शुरू होगा उपचार

बुलंदशहर,:जनपद के शहरी व देहात के 218 चिकित्सा इकाइयों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (एचडब्लूसी) पर सोमवार को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया गया। इस अवसर पर संभावित मरीजों की टीबी की जांच की गई,उनके बलगम के नमूने भी लिए गए। इस दौरान लोगों को टीबी के लक्षणों बताए और रोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. हेमंत रस्तोगी ने सोमवार को जनपद की अनूपशहर तहसील के रोरा स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर एकीकृत निक्षय दिवस का निरीक्षण किया और मरीजों से वार्ता की। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए कि एकीकृत निक्षय दिवस पर आने वाले समस्त मरीजों की जांच की जाए। स्वास्थ्य विभाग की जांच में टीबी की पुष्टि होने पर तुरंत उपचार शुरू किया जाए। उहोंने बताया- पिछले माह में आयोजित निक्षय दिवस पर 21 टीबी के मरीज मिले हैं। सभी का उपचार शुरू कराया गया है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह ने बताया -वर्ष 2025 तक देश को टीबी से मुक्त करने की मुहिम लगातार जारी है। सोमवार को जनपद के 218 स्वास्थ्य केंद्रों पर एकीकृत निक्षय दिवस मनाया गया । इस दिवस पर आए समस्त संभावित मरीजों की स्क्रीनिंग की गई, बलगम के नमूने ले लिए गये।, जांच में टीबी की पुष्टि होने पर उनका उपचार शुरू किया जाएगा। एकीकृत निक्षय दिवस पर चिकित्सक और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) ने मौजूद लोगों को टीबी के लक्षण व उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्हें बताया गया टीबी के उपचार के साथ-साथ पोषण के लिए निक्षय पोषण योजना के तहत मरीजों को ₹500 प्रति माह दिये जाते हैं यह राशि मरीज के खाते में सीधे भेजी जाती है।

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. हेमंत रस्तोगी ने बताया- टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जो ट्यूबरक्‍युलोसिस बैक्टीरिया के कारण होती है। इस बीमारी का सबसे अधिक प्रभाव फेफड़ों पर होता है। फेफड़ों के अलावा ब्रेन, यूटरस, मुंह, लिवर, किडनी, गले, हड्डी आदि में भी टीबी हो सकती है। सबसे कॉमन फेफड़ों की टीबी है, जो कि हवा के जरिए एक से दूसरे इंसान में फैलती है। टीबी के मरीज के खांसने और छींकने के दौरान मुंह-नाक से निकलने वालीं बारीक बूंदें इन्हें फैलाती हैं। फेफड़ों के अलावा दूसरी कोई टीबी एक से दूसरे में सामान्यत: नहीं फैलती है। टीबी खतरनाक इसलिए है क्योंकि यह शरीर के जिस हिस्से में होती है, सही इलाज न हो तो उसे बेकार कर देती है। इसलिए टीबी के लक्षण नजर आने पर जांच करानी चाहिए।

रिपोर्टर उपेंद्र शर्मा

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