
जब भी कोई व्यक्ति किसी दुर्घटना और मानसिक आघात से पीड़ित होता है, तो सबसे पहले वह स्वस्थ होने के बारे में सोचता है कि उसका समय खराब है और ग्रहों की स्थिति उसके पक्ष में नहीं है। वह बुरे प्रभावों को कम करने के लिए उपचारात्मक उपाय करने के बारे में सोचता है।
बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन हाल ही में हैदराबाद में अपनी अपकमिंग फिल्म प्रोजेक्ट की एक्शन सीन शूटिंग के दौरान घायल हो गए और उनकी पसली में चोट लगी है। हादसे के बाद शूटिंग रोक दी गई है और डॉक्टर ने आराम करने की सलाह दी है। शूटिंग के दौरान हादसे हो सकते है और बात करे बिग बी की तो उनको इस से पहले कई बार घातक चोटे आयी है।
कुली की शूटिंग के दौरान पुनीत इस्सर ने अमिताभ को एक मुक्का मारा था और टेबल से टकराकर वह गंभीर रूप से घायल हुए और २ महीने तक अस्पताल में भर्ती रहे।
१९८२ के हादसे में तो बिग बी की स्थिति बहुत गंभीर हो गयी थी। बिग बी को लगी चोट को डॉक्टरों ने गंभीरता से नहीं लिया, बाद में जैसे-जैसे संक्रमण फैलता गया। जब अमिताभ की हालत बिगड़ती चली गई और वह कोमा में चले गए। ऑपरेशन के दौरान पता चला कि पेट की झिल्ली फट गई है और छोटी आंत भी फट गयी है। ऑपरेशन के बाद बिग बी को निमोनिया हो गया और मुंबई में ऑपरेशन के बाद बिग बी की हालत में सुधार होने लगा।
इंकलाब की शूटिंग के दौरान हुआ एक्सीडेंट। दिवाली पर आतिशबाजी के दौरान हाथ जल गया। इस चोट की वजह से बिग बी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कौन बनेगा करोड़पति के सेट पर पैर की नस कटने से उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
ज्योतिष का चोट से सीधा सम्बन्ध है। जन्मपत्रिका में १२ भाव है इसमें से एक भाव है छठा भाव जो हमारे रोग, चोट, शत्रु और ऋण के विषय में बताता है।
जन्म लग्न का सम्बन्ध दुर्घटनाओ से –
मेष लग्न में दुर्घटनाओं की संभावना सबसे अधिक होती है।
वृषभ, सिंह, कुंभ लग्न वाले जातक दुर्घटनाओं के शिकार कम होते हैं।
कन्या लग्न के जातक अधिक सतर्क होते हैं और कार्रवाई शुरू करने से पहले हमेशा दो बार सोचेंगे।
तुला राशि के जातक अच्छी तरह से संतुलित होते हैं और इसलिए वे आमतौर पर दुर्घटनाओं के शिकार नहीं होते हैं।
मीन लग्न के जातक भी दुर्घटना के शिकार होते हैं।
सूर्य कब देंगे चोट
सूर्य गर्म और उग्र ग्रह है जब यह मीन, कर्क और वृश्चिक जैसी जल राशियों में होगा तो यह दुर्घटनाओं का कारण बनेगा।
चन्द्रमा कब देंगे चोट
मकर और कुंभ राशि में चंद्रमा और मेष राशि के मार्शल राशियों में दूसरों की तुलना में दुर्घटना, चोट का खतरा अधिक होगा। इसी प्रकार
जन्म कुण्डली में यदि शनि या मंगल से चन्द्रमा पर नकारात्मक दृष्टि हो तो जातक दुर्घटना का शिकार अधिक होता है।
मंगल और शनि ग्रह दुर्घटनाओं से जुड़े हैं।
राहु और मंगल लग्न या दूसरे भाव में, शनि लग्न में, मंगल लग्न में, मंगल या शनि तीसरे भाव में, मंगल या शनि पंचम भाव में दुर्घटनाएं देता है ।
१२ वां घर और उसके स्वामी की स्थिति उन घटनाओं को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है जिन पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं होता है। ८ वां घर और उसके स्वामी की स्थिति ये इशारा करती है की दुर्घटनाएं कब और कैसे होने की संभावना है। अष्टमेश का लग्न में स्थान शारीरिक चोट देता है और जातक को चोट लगने की संभावना बनाता है।
चौथा भाव दुर्घटनाओं में मृत्यु को भी दर्शाता है। चतुर्थ भाव का स्वामी, उसका नक्षत्र स्वामी, चतुर्थेश का ८ वें या १२ वें भाव से संबंध होना दुर्घटना देता है। जातक की महादशा, अंतर्दशा, प्रत्यंतर दशा या सूक्ष्म दशा के दौरान दुर्घटनाओं से पीड़ित होने की संभावना है। मारक और बाधक स्वामी या उनमें स्थित ग्रहों की अवधि के दौरान भी दुर्घटनाएँ हो सकती हैं। १२ वें, ८ वें, ४ वें घर का कोई भी संयोजन अपनी अवधि के दौरान दुर्घटना या अस्पताल में भर्ती कराएगा।
गोचर और दुर्घटनाएं
यदि दशा अवधि किसी दुर्घटना को दर्शाती है और गोचर उनका समर्थन नहीं करता है तो जातक को कोई दुर्घटना होने की संभावना नहीं है। इस तथ्य का गहनता से अध्ययन करने की आवश्यकता है। अशुभ ग्रहों जो पाप भावों या चंद्रमा, सूर्य या लग्न की जन्म स्थिति में रहते हैं या उन्हें देखते हैं की गोचर अवधि के दौरान दुर्घटनाएँ देगी।
अमिताभ बच्चन को इतनी बार क्यों जान लेवा दुर्घटनाओ का सामना करना पड़ा और अभी फिर क्यों दुर्घटना हुई?
अमिताभ बच्चन के अष्टम घर में ४ ग्रह एक साथ बैठे है। अब इनमें से किसी न किसी की दशा आते ही इनको चोट लगने की संभावनाएं बनती है। अभी ये शुक्र महा दशा ,राहु अन्तर्दशा, शनि की प्रत्यंतर दशा और मंगल की शुक्ष्म दशा में चल रहे है। मंगल और शनि दोनों ही उनके असतं घर में बैठे है। इन्हे १५ मार्च तक विशेष सावधान रहने की आवश्यकता है। गोचर के शनि भी इन्हे अपना परिणाम दे रहे है।