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उत्तर प्रदेशगौतमबुध नगरदनकौर

बी डी आर डी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में ग्रीष्मकालीन शिविर का हुआ समापन समारोह का आयोजन 

दनकौर: विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से सम्बद्ध विद्यालय बिशम्बर दयाल राममूर्ति देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, दनकौर में आज  30 मई को ग्रीष्मकालीन शिविर का समापन समारोह का आयोजन किया गया सर्वप्रथम मां शारदे के सम्मुख दीप प्रज्वलन व पुष्पार्चन किया। मां शारदे की वंदना के पश्चात आए हुए अतिथि देवदत्त शर्मा जी ( प्रधानाचार्य सरस्वती शिशु मंदिर )तथा ओम प्रकाश गोयल जी( पत्रकार )का प्रधानाचार्य जयप्रकाश सिंह द्वारा परिचय कराया गया। इसी क्रम में  अनुराग जी ने इस समापन सत्र के अवसर पर राम रावण युद्ध की घटना से जिसमें रावण के पास रथ था जबकि राम के पास नहीं था विभीषण के इस प्रश्न के उत्तर में हनुमान जी ने विभीषण जी की कैसे शंका दूर की विस्तार से बताया।

गौरी शंकर जी ने भक्त प्रहलाद की कहानी सुना कर अपने विचार प्रस्तुत किए

प्रधानाचार्य  देव दत्त जी ने कहा की योग को प्रतिदिन की दिनचर्या में अवश्य सम्मिलित करें तथा योग से ही व्यक्ति खुश रह सकता है उन्होंने छात्राओं को यह भी बताया की अपने मन की बात अवश्य शेयर करे ।बहनों को जीवन में आने वाली समस्याओं के प्रति सतर्क व जागरूक रहें .

ओम प्रकाश गोयल जी ने हिंदी पत्रकारिता दिवस पर गणेश शंकर जी को याद किया पत्रकारिता क्यों जरूरी है इसके बारे में कहा की पत्रकारिता के माध्यम से हम दूसरे गरीब व असहायओं की समस्या का निदान कर सकते हैं जिसके कारण अपने मन को सुख की अनुभूति मिलती है साथ ही ओम प्रकाश जी द्वारा सभी आचार्यों को पेन देकर सम्मानित किया गया.

संचालन कर रहे संजय जी ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से हम समाज में होने वाली दुर्घटना को दूर करने का प्रयास कर सकते हैं कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य जी ने पूरे ग्रीष्मकालीन शिविर के बारे में बताया कि इस शिविर में छात्राओं को प्राणायाम कपाल भारती अनुलोम विलोम ओंकार की ध्वनि का अभ्यास कराया गया गीत संगीत नृत्य व कढ़ाई तथा ब्यूटी पार्लर का अभ्यास कराया गया अंत में सभी अतिथियों वे आचार्य आचार्य बहने और शिविर में सहभागिता करने वाले बहनों का आभार व्यक्त किया का धन्यवाद किया साथ ही छात्राओं को आने वाले समय में भी इस तरह के शिविर आयोजित करने का आश्वासन दिया शिविर में सभी आचार्य एवं कर्मचारियों ने पूर्ण मनोयोग से सहभागिता की।

वंदे मातरम के साथ शिविर का समापन किया गया

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