[ia_covid19 type="table" loop="5" theme="dark" area="IN" title="India"]
Bulandshahr

राष्ट्रीय सेमिनार में क्रांति की भूमिका पर डाला प्रकाश

अमर सिंह महाविद्यालय लखावटी में हुआ आयोजन, प्रोफेसर राजेश गर्ग ने क्रांति के गुमनाम नायकों का किया बखान

औरंगाबाद (बुलंदशहर ) अमर सिंह महाविद्यालय लखावटी में शुक्रवार को 1857 क्रांति पर्व के उपलक्ष्य में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में 1857 क्रांति की भूमिका ‌विषयक यह सेमिनार पंजाब नेशनल बैंक लखावटी द्वारा प्रायोजित थी। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर राजेंद्र कुमार ने आगंतुक अतिथियों के साथ संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर पुष्पार्चन करके किया। अतिथियों के सम्मान में छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि अटल बिहारी वाजपेई विश्व विद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़ के कुलपति प्रो अरुण दिवाकर नाथ वाजपेई ने ज़ूम माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में 1857की क्रांति के दूरगामी परिणाम निकले थे। इस घटना ने भारतीय जनमानस को यह सोचने का अवसर प्रदान किया कि वह अपनी स्वतंत्रता के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं चाहे कितनी भी सशक्त सरकार क्यों ना हो। उन्होंने संगोष्ठी संयोजक डॉ रामजी द्विवेदी की पुस्तक भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में कानपुर की भूमिका 1857से1925 तक का विमोचन भी किया।

डीपीबीएस कालेज अनूपशहर के प्राचार्य प्रो जी0के 0 सिंह ने 1857 की क्रांति पर प्रकाश डाला।

समापन सत्र के मुख्य अतिथि एवं विषय विशेषज्ञ प्रोफेसर राजेश गर्ग पूर्व प्राचार्य डीएवी पीजी कॉलेज बुलंदशहर ने 1857की क्रांति के गुमनाम नायकों की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि इन नायकों की इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।डा सारिका सिंह, डॉ सुरेश कुमार मीणा डॉ सरस्वती कुमारी डॉ विनोद कुमार डॉ लाला बाबू, डॉ विमलेश मिश्र, डॉ सुनीता सिरोही डॉ रवि शेखर सिंह डा शिव प्रकाश यादव डा निशा,डा दिव्या बाला पाठक डॉ संजय कुमार गुप्ता डॉ सिराजुद्दीन ने भी व्याख्यान दिए।

इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से लगभग ढाई सौ प्राध्यापक, शोधार्थी, एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया।

प्रायोजक पंजाब नेशनल बैंक लखावटी के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक सुप्रीत श्रीवास्तव एवं शाखा प्रबंधक अजय कुमार शर्मा ने 1857की क्रांति सेमिनार के सफल आयोजन के लिए महाविद्यालय को साधू वाद दिया।

प्रोफेसर के डी वर्मा,प्रो बीके प्रसाद, आरके सिंह प्रो भीष्म सिंह डा मनीष मिश्रा डॉ पीके मौर्य डॉ एसके चौहान आदि मौजूद रहे,

रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल

Show More

Related Articles

Close