Bulandshahr
बीस हजार मांगी रिश्वत, ना देने पर मैडिकल रिपोर्ट बना दी नार्मल
जिला अस्पताल में भृष्टाचार चरम पर पीड़ित की तीन पसलियों में था फैक्चर शिकायत जिलाधिकारी से
औरंगाबाद (बुलंदशहर ) झूठी मैडिकल रिपोर्ट बनाने में रिश्वत लेने देने के किस्से तो आम हैं ही। जिला अस्पताल में तो यदि आपको अपनी सही मैडिकल रिपोर्ट चाहिए तो अस्पताल कर्मचारियों को मूंह मांगी रकम देनी ही होगी वरना भले ही आपको कितनी ही गंभीर चोटें आईं हों पुलिस को नार्मल रिपोर्ट भेज दी जाएगी।
मामला बेहद संगीन। औरंगाबाद के मौहल्ला जहांगीराबाद रोड निवासी नानक चंद पुत्र कंछिद सिंह के साथ 17अप्रैल को उसके बेटे अमित और पुत्रवधू ममता ने बुरी तरह मारपीट की जिसके फलस्वरूप नानक चंद की पसलियों में फैक्चर हो गया। नानक चंद अपनी शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचा तो एक जिला पंचायत सदस्य के दबाव में पुलिस ने बिना मामला दर्ज किए भगा दिया। नानक चंद ने बुलंदशहर जिला मुख्यालय पर जाकर सनराइज अल्टृरासाउंड सैंटर पर अपना एक्सरे कराया जिसमें पसलियों में फैक्चर आया। पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से क्षुब्ध होकर नानक चंद ने पुलिस कप्तान से मिलकर न्याय की गुहार लगाई तो कप्तान ने थाना पुलिस को मामला दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के कड़े निर्देश दिए। जिसपर पुलिस ने 30 अप्रैल को नानक चंद का मैडिकल कराने जिला अस्पताल भेजा।
जिला अस्पताल के एक्सरे विभाग में तैनात दो कर्मचारियों ने नानक चंद से बीस हजार रुपए यह कह कर मांगे कि सही रिपोर्ट तभी दी जाएगी जब पैसे दोगे। नानक चंद ने पैसे देने से साफ इंकार कर दिया जिसके चलते एक्सरे में पसलियों में तीन फैक्चर आने के बाबजूद पुलिस को नार्मल रिपोर्ट भेज दी गई। 16 अप्रैल को पुलिस ने बताया कि आपकी रिपोर्ट नार्मल आई है अतः कोई मामला नहीं बनता है।
नानक चंद ने पुनः जिला मुख्यालय स्थित अमृत अल्ट्रा साउंड सैंटर पर पहुंचकर अपना एक्सरे कराया तो उसमें भी पसलियों में फैक्चर आया।
शुक्रवार को नानक चंद ने जिलाधिकारी को रजिस्टर्ड शिकायती पत्र भेजकर तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मिलकर अपने साथ हुए अन्याय की जांच कराकर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।
जिला अस्पताल के सी एम एस राजीव प्रसाद ने मामले को बेहद गंभीर बताते हुए जांच पड़ताल कराकर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। सी एम ओ विनय कुमार सिंह ने भी मामला संज्ञान में होने तथा जांच पड़ताल कराकर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की बात कही है,
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल