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गौतमबुध नगर

गलगोटियास विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेट निशांत कुमार विदेश की धरती पर “अन्तराष्ट्रीय यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम” में भारत का करेंगे प्रतिनिधित्व

भारत आज दुनिया का सबसे युवा देश है - सुनील गलगोटिया

ग्रेटर नोएडा:40 वीं यूपी वाहिनी एनसीसी बटालियन सिकंदराबाद (उत्तर प्रदेश) से गलगोटियास यूनिवर्सिटी के सीनियर अंडर ऑफिसर निशांत कुमार 5 मार्च से 15 मार्च-2024 तक नेपाल में होने वाले “अन्तराष्ट्रीय यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम” में “नेपाल” में कैडेट यूथ एम्बेसडर के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।

निशांत कुमार की इस महान उपलब्धि पर उनको शुभकामनाएँ देते हुए गलगोटियाज विश्वविद्यालय के चॉसलर सुनील गलगोटिया ने कहा कि 21वीं सदी के भारत के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करने की ज़िम्मेदारी “भारत देश” के युवाओं की है। भारत आज दुनिया का सबसे युवा देश है और देश के युवाओं को चाहिए कि वो अपनी कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से उस भारत के भविष्य का निर्माण करें जो एक बार फिर से दुनिया के मस्तक की बिंदी बनकर चमके और फिर से विश्व-गुरू बन जाये। यही मेरी शुभकामनाएँ हैं। 

40 वीं यूपी वाहिनी एनसीसी बटालियन सिकंदराबाद (उत्तर प्रदेश) से गलगोटियास यूनिवर्सिटी के सीनियर अंडर ऑफिसर निशांत कुमार नेपाल में होने वाले “अन्तराष्ट्रीय यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम” में कैडेट यूथ एम्बेसडर के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया है। वो पूरे “उत्तर प्रदेश” से अकेले कैडेट चुने गये हैं।

एनसीसी ऑफिसर दुष्यन्त राणा ने कहा कि वह 40 वीं यूपी वाहिनी एनसीसी बटालियन सिकंदराबाद (उत्तर प्रदेश) से गलगोटियास यूनिवर्सिटी के सीनियर अंडर ऑफिसर हैं। आज वो विदेश की धरती पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे ये उपलब्धि उनके कठिन परिश्रम का तो परिणाम हैं ही हमारे विश्वविद्यालय के लिये भी ये ख़ुशी के बहुत ही अद्भुत पल हैं। यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए चयन गणतंत्र दिवस शिविर के दौरान किया जाता है, जिसके बाद अखिल भारतीय मेरिट सूची तैयार की जाती है और कैडेटों को उसके आधार पर संबंधित वाई ई पी (यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम) पर आगे बढ़ने के लिए सौंप दिया जाता है।

भारतीय एनसीसी का 11 देशों के साथ जीवंत सैन्य-आधारित और सांस्कृतिक आदान-प्रदान है। वहाँ जाकर कैडेटस को बहुत कुछ सीखने को मिलता है। दुनियाँ के अनेक देशों से आये हुए कैडेटस से मिलने के के साथ-साथ सभी को एक दूसरे की महान संस्कृतियों को भी जानने का भी सुअवसर प्राप्त होता है। उस वातावरण में रहकर जीवन में अपने सपनों को साकार करने के लिये मन एक दृढ़ संकल्प और एक अद्भुत आत्म विश्वास पैदा होता है।

पूर्व वाइस चांसलर और चॉसलर सलाहकार डा० रेनु लूथरा ने कहा कि हमारे होनहार एनसीसी कैडेट निशांत कुमार के द्वारा (नेपाल) में भारत का प्रतिनिधित्व करना अपने प्राँत “उत्तर प्रदेश” और अपने गलगोटिया विश्वविद्यालय और हम सभी के लिए एक प्रतिष्ठित क्षण होगा।

निशांत कुमार एक बहुत ही सामान्य परिवार से हैं और उनके माता-पिता ने भी बताया कि वह शुरुआत से ही सेना में जाना चाहता है। और एनसीसी ने उन्हें अपने सपनों को पूरा करने का एक माध्यम प्रदान किया है। जिससे वो अपने सपनों को साकार करके राष्ट्र का नाम रोशन कर सकेगा।

वाइस चांसलर डा० के० मल्लिकार्जुन बाबू ने निशांत कुमार की इस बड़ी उपलब्धि पर शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि अनुशासन की परिधि में रहकर कठिन परिश्रम करने से आपको ये महान उपलब्धि हासिल हुई है। अभी आगे भी आपने बहुत कुछ अच्छा करना है। पूरे विश्वविद्यालय की शुभकामनाएँ आपके साथ हैं। आपने अपने कठिन परिश्रम से अपने राष्ट्र और अपने गलगोटिया विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। आप अपने जीवन में नये नये कीर्तिमानों की स्थापना करें। ईश्वर से मेरी यही प्रार्थना है।

गलगोटियास विश्वविद्यालय के सीईओ डा० ध्रुव गलगोटिया ने निशांत कुमार की इस अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि पर निशांत कुमार और उसके परिवार को ढेर सारी बधाई देते हुए कहा कि नेपाल में भारत का प्रतिनिधित्व करना गलगोटियाज़ विश्वविद्यालय के लिए एक गौरव का क्षण है! वहाँ पर उनको वहाँ की संस्कृति और सभ्यता को समझने का भी मौका मिलेगा और उनको दुनियाँ के बारे में जानने का एक सुअवसर भी प्राप्त होगा।

विश्वविद्यालय की डायरेक्टर ऑपरेशन आराधना गलगोटिया ने निशांत कुमार को शुभकामनाएँ दी और एनसीसी की कार्य प्रणाली के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एनसीसी ने भारत में युवाओं के चरित्र और व्यक्तित्व को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। युवाओं में अनुशासन, देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा करने के लिये एनसीसी संस्था भी विशेष रूप से धन्यवाद की पात्र है।

 

 

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