राष्ट्रीय
साक्षी जी महाराज जैसी स्पष्टता प्रत्येक मानवतवादी को चाहिए – दिव्य अग्रवाल ( लेखक व विचारक)
महामंडलेश्वर व उन्नाव सांसद साक्षी जी महाराज जी ने अपनी फेसबुक वाल पर एक संदेश लिखते हुए सभ्य समाज को चेताया है कि आपके गली-मोहल्ले या आपके घर पर अचानक से ये भीड़ आ जाए तो इससे बचने का कुछ उपाय है आपके पास!अगर नहीं है तो कर लीजिए,पुलिस बचाने नहीं आएगी बल्कि खुद बचने के लिए किसी दड़बे में छिप जाएगी,जब यह लोग जिहाद करके वापस चले जाएंगे तब पुलिस डंडा ठोकने आ जाएगी और कुछ दिनों बाद मामला जांच कमेटी में जाकर खत्म हो जाएगा, ऐसे मेहमानों के लिये कोल्ड ड्रिंक की एक दो पेटी, कुछ ओरिजनल वाली तीर कमान हर घर में होनी चाहिए।। जय श्री राम।। इस व्यक्तव्य को राजनीतिक द्रष्टिकोण से नही अपितु सामाजिक संरक्षण की दृष्टि से देखना चाहिए । जब जिहादी मानसिकता रखने वाले सैकड़ो मुस्लिम नेता व मौलाना हिन्दू समाज , हिन्दू धर्म , धार्मिक स्थलों , हिन्दू धर्म गुरुओं ,भारत व देश के प्रधानमंत्री जी तक के विरुद्ध कटरपंथी जिहादी विषैली हिंसात्मक भाषाशैली का उपयोग कर सकते हैं। उस स्थिति में बतौर हिन्दुधर्म गुरु महामंडलेश्वर साक्षी जी महाराज ने समाज को सत्यता का वो दर्पण दिखाने का प्रयास किया है। जिसका साहस बाकी धर्मगुरु या जनप्रतिनिधि नही दिखा पा रहे हैं । इस बात में क्या संदेह है कि जब जिहादी मानसिकता वाले लोग झुण्ड में आकर उपद्रव करेंगे तो तत्कालप्रभाव से कोई भी सुरक्षाबल कैसे उपलब्ध हो सकता है । यह बिल्कुल उसी तरह है जब कोई पागल जानवर किसी को काट लेता है तब या तो उस व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है या समय रहते इलाज कराने पर जीवन बच भी सकता है ।
सुशासन व प्रसाशन कितना ही कर्मठ व मुस्तैद क्यों ना हो परन्तु जब अचानक उपदृवियो का समूह जंगली जानवरों की तरह हमला करता है तो आत्मरक्षार्थ हेतु मानव को कुछ उपाय व उपयोग करने ही पड़ते हैं। कुछ मीडियाकर्मियों को समाज व मानवता संरक्षण हेतु साक्षी जी महाराज द्वारा लिखा हुआ सुझाव या सन्देश विवादस्पद दिख रहा है । परन्तु जो मौलाना व मुस्लिम नेता ,खून बहाने की , देश मे महाभारत करने की , बंटवारा करने की , मुस्लिमो का क्रोध झेलने की , 15 मिनट पुलिस हटने पर हिन्दुओ को देख लेने की , गुस्ताखे रसूल की एक सजा सर तन से जुदा तन सर से जुदा करने वाली धमकियों देते आ रहे हैं उनके बयान में कोई आपत्ति नजर नही आती है । साक्षी जी महाराज जैसे धर्मगुरुओं को कोटि कोटि साधुवाद देना चाहिए जो मुस्लिम वामपंथीयो के मजबूत गठजोड़ के चलते हुए उस परिस्थिति में सत्य बोल पा रहे हैं । जिस परिस्थिति में यह गठजोड़ जिहाद व कट्टपंथ के संरक्षण हेतु कुछ ही घण्टो में देश की सर्वोच्च न्यायालय तक भी पहुंचकर अपने लोगो की मदद करते हैं ।