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Bulandshahr

ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के महा नायक स्व बाबू बालेश्वर लाल जी की 35वीं पुण्यतिथि पर किया गया याद

बुलंदशहर:- ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उ प्र के संस्थापक महानायक,परम पूज्य, श्रद्धेय बाबू बालेश्वर लाल जी की 35वीं पुण्यतिथि पर जिला मुख्यालय पर संस्थापक जी के चित्र पर माल्यार्पण कर भावपूर्ण श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रहकर महान् विभूति को शत् शत् नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।

जिलाध्यक्ष ठा विजय राघव ने कहा कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के संस्थापक स्व बाबू बालेश्वर लाल जी का जन्म गडवार जिला बलिया में हुआ था। यद्यपि वे इण्टर कालेज के प्रवक्ता रहते हुए ग्रामीण क्षेत्र की पत्रकारिता करते थे जिस कारण ग्रामीण

पत्रकारो की पीड़ा को बखूबी समझते थे। वह पीड़ा उन्हें अखरने लगा।जिस कारण उनके मन में ग्रामीण पत्रकारों के लिए एक मंच बनाने का संकल्प लिया और 8 अगस्त 1982को सात पत्रकारों के आपसी विचार-विमर्श कर समिति का गठन किया जिसके अध्यक्ष श्री लाल जी को बनाया गया। और तीन साल कठिन परिश्रम से ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन को प्रदेश स्तर पर स्थापित कर दिया। वर्ष 1986 मे संगठन को पंजीकृत करा दिया। पहला प्रांतीय सम्मेलन फरवरी 1987 में गंगा प्रसाद मेमोरियल हॉल लखनऊ की धरती पर कराया। किन्तु दुख की बात है कि वे हम लोगों को छोड़कर 27 मई 1987को परम लोक को चले गए। उनके स्वर्ग वासी होने के बाद उनके जेष्ठ पुत्र श्री सौरभ कुमार जी के नेतृत्व में संगठन ऊंचाईयों की तरफ अग्रसर है।श्री लाल जी के पुण्य तिथि को ग्रामीण पत्रकारिता दिवस के रूप में मना रहे हैं।अब हमारी जिम्मेदारी है कि संस्थापक जी के द्वारा लगाए गए संगठन रुपी वट वृक्ष को उनके आदर्शों, तथा दिखाते मार्ग पर चलकर संकल्प लिया जाय कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के मिशन को आगे बढ़ाते रहेंगे। ऐसे महापुरुष को शत् शत् नमन। जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह भाटी महामंत्री संजय गोयल योगेंद्र शर्मा ने अपने उद्बोधन ने कहा कि संस्थापक जी की सोच बहुत ही ऊंची थी। ग्रामीण पत्रकारों के दर्द को नजदीक से देखा था। जिस कारण ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत पत्रकार की पीड़ा को बखूबी समझते हुए दूर करने का संकल्प लिया। ऐसे महान सपूत को शत शत नमन। जिला संगठन मंत्री अक्षय सिंह ने कहा कि संस्थापक जी के पुण्य तिथि को प्रदेश में ग्रामीण पत्रकारिता दिवस के रूप में मना रहे हैं। संगठन के पुरोधा को ह्रदय की गहराइयों से नमन। आकाश सक्सेना ने अपने विचार रखते हुए कहा संस्थापक जी के दिमाग़ की उपज ही नही बल्कि आज की आवश्यकता भी थी जिसे वे उस समय जान गये थे संस्थापक जी द्वारा रोपित संगठन रुपी वट वृक्ष आज संगठन की कर्मठता, एकता, सदस्यों की एकजुटता, संख्या बल, प्रदेश के विभिन्न जनपदों में होने वाले सम्मेलन, संकल्प का परिणाम है किआज संगठन ऊंचाईयों की तरफ अग्रसर है।दीपक शर्मा ने कहा कि संस्थापक जी के आदर्शों व पदचिन्ह पर चलकर संगठन को आगे बढ़ाने का संकल्प ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। संस्थापक जी ग्रामीण पत्रकारिता के जनक थे। जिनके द्वारा बनाए गए संगठन की छाया में आज़ हम सुख की अनुभूति कर रहे हैं।

श्रद्धांजलि सभा में जेपी गुप्ता रविंद्र यादव परविंदर लोधी राजीव शर्मा आदि पत्रकार गण ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके पद चिन्हों पर चल कर संगठन को आगे बढ़ाने की बात कही।

सह संपादक संजय गोयल

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