Bulandshahr
जब जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है तब तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं
बुलंदशहर:- आवास विकास नर्वदेश्वर धाम मंदिर के निकट चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस के पावन प्रसंग में परम पूज्य काष्णिॅ स्वामी सुमेधानंद जी महाराज ने भगवान वामन अवतार की कथा सुनाई भगवान ने बलि को भक्ति का वरदान दिया|भगवान वामन अवतार लेकर जैसे ही राजा बली के पास पहुंचे वे प्रसन्न हो गए। जब दान की बारी आई तो राजा बली ने भगवान के वामन अवतार से दान मांगने के लिए कहा। इस पर राजा बली से तीन पग जमीन मांगी गई। तब राजा मुस्कुराए और बोले तीन पग जमीन तो बहुत छोटा सा दान है। इसके बाद भगवान ने दो पग में राजा बली के पूरे राज्य को नाप दिया, लेकिन तीसरे पग के लिए राजा बली के पास देने के लिए कुछ भी नहीं था। तब राजा बली ने महादानी होने का परिचय देते हुए तीसरे पग के सामने अपने आपको समर्पित कर दिया। महाराज श्री ने कहा कि व्यक्ति को कि कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए। ऐसे में भगवान किसी न किसी रूप में परीक्षा जरूर लेते हैं। कथा के क्रम में पूज्य श्री महाराज जी ने कृष्ण कथा का वर्णन किया भगवान श्री बाल कृष्ण का जन्म हुआ|
कथा व्यास सुमेधानंद महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं।कृष्ण जन्म के समय सभी देवता प्रसन्न होकर भगवान कृष्ण के स्तुति करने लगे| गोकुल में सभी गोपी ग्वाल प्रसन्न होकर मैया यशोदा के घर पहुंचे नंद बाबा और यशोदा मैया ने सभी को बधाई दी| भगवान श्री कृष्ण के प्रकट होते ही सभी भक्त प्रसन्न हो गए और नाचने गाने लगे महाराज श्री के मुखारविंद से प्यारी प्यारी बधाइयां सुनकर सभी भक्त आनंदित हो गए सभी भक्तों ने लाला को बधाई दीं व भगवान श्री कृष्ण की आरती उतारी| “नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की”, “यशोदा ने जायो नंदलाल” “बधाई बाजे नंद भवन” में आदि बधाइयां सुन भक्त हर्षित हो नाचने गाने लगे| आज के मुख्य यजमान नरेश गुप्ता व पूनम गुप्ता रहे |आज प्रसाद में भक्तों ने भगवान श्री कृष्ण के प्रिय माखन मिश्री के लगाए भोग को ग्रहण किया| कल भागवत भूषण स्वामी सुमेधानंद जी महाराज जी के मुखारविंद से श्री कृष्ण बाल चरित्र एवं श्री गोवर्धन के प्रसंग का वर्णन किया जाएगा|
आज भागवत कथा में डॉक्टर पुलकित, अरुण गोयल, चेतन अग्रवाल, संजय गोयल ,विवेक शर्मा, बलदेव राज भादवा, अनुराग अग्रवाल ,सतीश चंद्र वर्मा, दिनेश अग्रवाल, शरद त्रिवेदी, छोटू भैया, हरीश मित्तल, अतुल कृष्ण, दीपेन गांगुली, संगीता मित्तल,श्रुति उनियाल, अनीता गोयल, डौली गोयल, विदुषी अग्रवाल, पूनम शर्मा ,नीना माहेश्वरी ,रुचि गोयल, यशोदा मैया, सीमा माहेश्वरी आदि सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे|
सह संपादक संजय गोयल