- बीते कुछ दिनों से अमेरिका और ईरान के बीच टेंशन का माहौल है. इस टेंशन का असर भारत में भी देखने को मिला है. इस हालात की वजह से शेयर बाजार और रुपये में गिरावट देखने को मिली तो वहीं सोने की कीमत भी बढ़ गई. इस टेंशन के दौरान सोने की कीमत 41 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर को पार कर लिया.
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हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईरान पर नरम रवैये के बाद सोने की चमक थोड़ी फीकी हो गई है लेकिन अब भी यह 40 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर के पार है. इन हालातों के बीच 13 जनवरी से मोदी सरकार आम लोगों को सस्ता सोना खरीदने का मौका दे रही है. आइए जानते हैं कि आखिर आप कैसे सस्ता सोना खरीद सकते हैं.
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दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार की ”सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड” स्कीम के तहत एक बार फिर सस्ता सोने की खरीदारी की जा सकती है. बॉन्ड के जरिए निवेश वाली इस स्कीम के तहत खरीदारी 13 से 17 जनवरी 2020 के बीच में की जा सकती है.
इस गोल्ड बॉन्ड की कीमत 4,016 रुपये प्रति ग्राम निर्धारित की गई है. वहीं अगर आप इस बॉन्ड की ऑनलाइन तरीके से आवेदन और भुगतान करते हैं तो आपको प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट मिलेगी. इसका मतलब ये हुआ कि प्रति 10 ग्राम पर निवेशकों को 500 रुपये की बचत होगी.
इस छूट के बाद गोल्ड बॉन्ड की कीमत 3,966 रुपये प्रति ग्राम हो जाएगी. यानी अगर आप ऑनलाइन 10 ग्राम गोल्ड बॉन्ड खरीदते हैं तो इसके एवज में 39,600 रुपये देने होंगे.
वर्तमान में दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने का भाव 40,554 रुपये प्रति 10 ग्राम है. इस लिहाज से निवेशकों को प्रति 10 ग्राम पर 954 रुपये की बचत होगी.
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क्या है यह स्कीम
सोने की फिजिकल डिमांड को कम करने के लिए साल 2015 में मोदी सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना की शुरुआत की थी. इस योजना की सीरीज के तहत समय-समय पर लोगों को गोल्ड बॉन्ड खरीदने का मौका दिया जाता है.इस गोल्ड बॉन्ड की कीमत बाजार में चल रहे रेट से कम होती है. इसकी कीमत रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से तय की जाती है. इसके तहत कोई भी व्यक्ति एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 500 ग्राम के गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है. वहीं इस बॉन्ड में न्यूनतम निवेश एक ग्राम है.
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इसके अलावा टैक्स पर भी छूट मिलती है. इस गोल्ड की बिक्री बैंकों, डाकघरों, एनएसई और बीएसई के अलावा स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के जरिए होती है.