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Bulandshahr

ग्राम प्रधान की पहल पर गर्भवतियों और बच्चों को तीन माह के अंतराल पर मिला पोषाहार

सीडीपीओ ने कहा होगी कार्रवाई

स्वयं सहायता समूह अध्यक्षा पर आंगनबाडियों ने लगाया कम मात्रा में रिफाइंड ऑयल, दाल और दलियाउपलब्ध कराने का आरोप

औरंगाबाद( बुलंदशहर ) ब्लाक लखावटी अंतर्गत ग्राम चरौरा मुस्तफाबाद की महिला ग्राम प्रधान डौली कश्यप की मेहनत रंग लाई और पूरे तीन महीने तक लगातार पोषाहार से वंचित रहने वाले बच्चों और गर्भवती महिलाओं को गुरुवार को पोषाहार वितरण किया गया।

ब्लाक लखावटी की सी डी पी ओ संगीता ने भी तीन महीने से पोषाहार वितरण नहीं होने की शिकायतों के मद्देनजर गुरुवार को गांव के आंगनवाड़ी केन्द्र पहुंच कर सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को तत्काल पोषाहार वितरण करने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने बताया कि स्वयं सहायता समूह अध्यक्षा ने पोषाहार के रूप में रिफाइंड ऑयल,दाल और दलिया बहुत कम मात्रा में उपलब्ध कराया है। मौके पर मौजूद सी डी पी ओ संगीता ने बताया कि स्वयं सहायता समूह अध्यक्षा ने पूरी मात्रा में पोषाहार प्राप्त कर लिया था। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की शिकायत पर स्वयं सहायता समूह अध्यक्षा के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने हेतु उच्चाधिकारियों को अवगत कराने की बात कही है।

विदित हो कि गांव में लगातार तीन महीने से पोषाहार वितरण नहीं किये जाने पर महिलाओं और ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत अध्यक्षा डौली कश्यप से शिकायत करते हुए पोषाहार दिलाने की मांग की थी। मामला मीडिया के द्वारा प्रकाश में लाये जाने पर कुंभकर्णी नींद में सोया बाल विकास विभाग जागा और गुरुवार को वितरण कराया। लेकिन यह तथ्य सीडीपीओ के सामने आ ही गया कि वितरण में धांधली की शिकायत निराधार नहीं थी बल्कि व्यापक पैमाने पर गरीबों के निवाले पर डाका डाला जा रहा है,

रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल

 

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