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Bulandshahr

पहासू सीएचसी पर मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन

  • मानसिक रोगों के प्रति अधिक जागरूक होने की आवश्यकता : डा. मनोज
  • शिविर में 218 मरीजों की हुई निःशुल्क जांच

बुलंदशहर, 14 दिसंबर 2021। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहासू के प्रांगण में मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हुआ। शिविर में विशेषज्ञ मनोचिकित्सक द्वारा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व लोगों को मानसिक रोग के लक्षणों और इससे बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। शिविर में 218 मरीजों को जांच के उपरांत दवा उपलब्ध कराई गई।

जनपद के पहासू स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रांगण में आयोजित राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम का शुभारंभ के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. मनोज कुमार, सांसद प्रतिनिधि मनोज गर्ग सहित मानसिक चिकित्सक डा. डीपी सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। शिविर में उपस्थित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व लोगों को संबोधित करते हुए डा. मनोज कुमार ने कहा लोगों को मानसिक रोगों के प्रति अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है। आज हर घर में कोई न कोई किसी न किसी कारण तनाव में है। तनाव में रहने से समस्याएं बढ़ती हैं। समस्या बहुत साधारण स्तर से शुरू होकर बाद में जटिल मानसिक रोग का रूप ले लेती है। ऐसी समस्याओं को प्राथमिक स्तर पर काउंसलिंग या योग के माध्यम से आसानी से दूर किया जा सकता है। मानसिक रोगों से बचने के लिए जीवन-शैली में सुधार लाने और नियमित रूप से योग को अपनाने की जरूरत है।

जिला मनोचिकित्सक डॉ. डीपी सिंह ने कहा हमारा वह व्यवहार जिससे हम पर, हमारे परिवार और समाज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, वह मानसिक रोग है। मानसिक रोग से मनुष्य की दिनचर्या अव्यवस्थित हो जाती है। मानसिक रोग दो तरह के होते हैं साइकेट्रिक और न्यूरोट्रिक। कुछ लोगों को दूर से देखकर पहचान हो जाती है कि वह मानसिक रोगी है। इनकी संख्या बहुत कम है। ऐसे लोग रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप आदि स्थानों पर अक्सर देखे जाते हैं। हमारे समाज में आज भी 80 प्रतिशत लोग मानसिक रोग से ग्रसित हैं, जिन्हें हम देख नहीं पाते इन्हें न्यूरोट्रिक कहते हैं। नींद न आना, बेचैनी, उलझन, हताशा, अत्याधिक क्रोध, आशंका, एक ही कार्य बार-बार करना आदि मानसिक रोग के प्रमुख लक्षण हैं। ऐसे किसी भी लक्षण के होने पर झाड़-फूंक के चक्कर में न पड़कर तत्काल मनोचिकित्सक से सलाह लें। सरकारी अस्पतालों में इसके लिए काउंसलिंग और निःशुल्क दवा की व्यवस्था है। जिला मुख्यालय पर प्रत्येक सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को विशेषज्ञ मनोचिकित्सकों की टीम द्वारा मानसिक रोगियों की काउंसलिंग करते हुए उचित सलाह व उपचार किया जाता है। अवसाद को दूर भगाने का सबसे मुख्य और आसान तरीका है कि मनोचिकित्सक की सलाह लें ।

इस अवसर पर डॉ. मनोज कुमार, सुनील कुमार, संतोष कुमार यादव, मनवीर सिंह, साधना शर्मा, अनामिका सिंह, बीपीएम अनिल कुमार, डा. केडी राहुल, वीरप्रताप, नवीन कुमार, सर्वेंद्र कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

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