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Bulandshahr

आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहीं महिलाओं को स्वावलंबी बनाने हेतु प्रशिक्षण

स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने दिया प्रशिक्षण

औरंगाबाद (बुलंदशहर ) डूडा ने एक अनूठी पहल करते हुए ऐसी महिलाओं को स्वावलंबी बनाने हेतु प्रशिक्षण शिविर लगाया जो आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहीं जेल काटने के बाद रिहा हुईं हैं। ऐसी महिलाओं को स्वावलंबी बनाने और आत्म-निर्भर होकर सम्मानित जीवन बसर करने और अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए आयोजित रोजगार प्रशिक्षण शिविर का आयोजन पुलिस लाइन परिसर में किया गया। दीन दयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के द्वारा गठित स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने अपने समूह से प्राप्त अनुभवों को साझा किया और वहां आईं महिलाओं को स्वावलंबी बनने हेतु प्रेरित किया। उन्हें बताया कि वे भी आपकी तरह एक सामान्य महिला थीं जिसकी कोई पहचान नहीं थी और न ही आय का कोई साधन ही था लेकिन स्वयं सहायता समूह से जुड़ कर स्वयं का व्यवसाय उद्यम स्थापित कर अलग पहचान बनीं और सामाजिक सम्मान मिला।अब वो अपने परिवार का खर्च स्वयं उठा रहीं हैं।

मुख्य विकास अधिकारी कुलदीप मीणा ने उन सभी महिलाओं को कहा कि आप जाने अंजाने किसी भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहीं और अब रिहा होकर आईं हैं आप समूह से जुड़ कर अपना रोजगार स्थापित कर आत्म निर्भर बनें और सम्मान पूर्वक जिएं।

डूडा शहर मिशन प्रबंधक सौरभ कुमार ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में रहने वाली सभी गरीब असहाय शिक्षित अशिक्षित महिलाओं को स्वावलंबी बनने हेतु समूह से जोड़ने के सरकारी प्रयास निरंतर जारी हैं। पिछले छः दिनों से प्राकृतिक गुलाल बनाना सिखाया जा रहा है होली पर स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा इसकी बिक्री से आय वृद्धि होगी।

इस अवसर पर सीडीओ कुलदीप मीणा पुलिस अधीक्षक क्राइम राकेश कुमार उप जिलाधिकारी सदर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट डॉ दिव्या मिश्रा ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रफुल्ल कुमार डूडा शहर मिशन प्रबंधक सौरभ कुमार आदि मौजूद रहे,

रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल

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