[ia_covid19 type="table" loop="5" theme="dark" area="IN" title="India"]
राष्ट्रीय

हिन्दू समाज व धर्मगुरुओ का मौन इस्लामीकरण का पर्याय होगा- दिव्य अग्रवाल

शोएब जमई एक मुस्लिम स्कॉलर हैं । वह बिल्कुल निर्भीक होकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर कह रहा है। अभी तो हमने राजस्थान में मन्दिर उखड़वाया है , हम बंगाल , झारखंड,केरला,

छत्तीसगढ, महाराष्ट्र सब जगह मन्दिर उखाड़ेंगे । इस विषैले बयान पर कोई भी बुद्धिजीवी सेक्युलर हिन्दू , वामपंथी व मुस्लिम धर्मगुरु अपनी आपत्ति तक दर्ज नही करा रहा है । इसका क्या अर्थ है ये मानवतावादियों को समझना होगा । विडंबना तो यह है जिस सनातन धर्म , मानवता व मन्दिरो के रक्षार्थ हेतु बड़े बड़े महामंडलेश्वर , शंकराचार्य , हिन्दू धर्म गुरु जिस हिन्दू समाज से दान दक्षिणा लेकर वैभवशाली मठो , आश्रमो में रहकर ,लक्जरी गाड़ियों में यात्रा करके जीवन का आनंद प्राप्त कर रहे हैं । उन सभी धर्म गुरुओं के मुँह में दही जम चुकी है । मौलाना की धमकी के पीछे मुस्लिम वामपंथी गठजोड़ की ताकत एवं हिन्दू धर्मगुरुओ की निष्क्रियता व कायरता है इसमें कोई संदेह नही है ।

दिव्य अग्रवाल
दिव्य अग्रवाल(राष्ट्रवादी लेखक व विचारक, गाजियाबाद)

जिन्होंने आदिगुरु शंकराचार्य के सिद्धांतों को त्याग कर राजनेताओं की गुलामी स्वीकार कर हिन्दू समाज को जिहादी दानवों व गिद्धों के समक्ष असहाय , शस्त्रविहीन , कर्तव्यविहीन करके उत्पीड़न होने हेतु छोड़ दिया है । यह मुस्लिम मौलानाओं की ताकत ही तो है कि संविधान की दुहाई देते हुए अपने आक्रामक व विषैले व्यक्तव्यों से संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं और उनके विरुद्ध न कोई सरकार बोलती है न कोई संवैधानीक कार्यवाही होती है । मुस्लिम धर्म गुरु अपने छोटे-छोटे बच्चो को अपनी आयतों का अध्यन कराकर गैर इस्लामिक काफिरो के विरुद्ध कटरपंथी बना रहे हैं ओर हिन्दू धर्म गुरु , कथावाचक श्रीमद्भागवत गीता के योध्य स्वरूप को सनातनियो को स्तवन कराने में भी असमर्थ एवं लाचार हैं । देश के प्रधानमंत्री को धृष्टराष्ट्र की तरह अंधा बताकर हिन्दुओ को मुस्लिम संख्या से भयभीत करने वाले तौकीर रजा जैसे मौलाना अपने मदरसों व मज्जिदो में निडर होकर वैमनस्यता का प्रसार -प्रचार कर रहे हैं ओर इस कटरपंथी जिहादी वैमनस्यता से त्रस्त होकर इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म को स्वीकार करने वाले जितेंद्र नारायण त्यागी (वसीम रिजवी पूर्व) कारावास में मात्र सत्य बोलने हेतु नीरअपराध होते हुए भी सजा भुगत रहे हैं जबकि ओवैसी के एक ट्वीट पर अभिव्यक्ति की आजादी का दोहन करते हुए दिल्ली से अनेकों हिन्दुओ की गिरफ्तारी भी पूर्व में हो चुकी है। इन सब घटनाओं को देखते हुए लगता है कि यह देश इस्लामीकरण होने हेतु अग्रसारित है।

Show More

Related Articles

Close