गौतमबुध नगरनोएडा
योगी का बुलडोजर व जनता का आक्रोश आया काम नोएडा डॉन श्रीकांत त्यागी हुआ गिरफ्तार
नोएडा :महिला से गाली गलौज व दुर्व्यवहार करने वाले डॉन श्रीकांत त्यागी को गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने आखिरकार 5 दिन लंबी जद्दोजहद के बाद मेरठ से गिरफ्तार कर लिया है।
इस गिरफ्तारी में 3 पुलिस वालों की बड़ी भूमिका रही है। इन तीनों ने दिन-रात एक करके श्रीकांत को काबू किया है। बड़ी बात यह है कि थाना फेज-2 के पूर्व एसएचओ सुजीत उपाध्याय ने सस्पेंड होने के बावजूद बड़ी भूमिका निभाई है। अब पुलिस मेरठ से गौतमबुद्ध नगर पहुंचने वाली है। उम्मीद है कि आज देर शाम तक ही गौतमबुद्ध नगर पुलिस श्रीकांत को अदालत के सामने पेश करेगी।
पीपी सिंह, अनिल राजपूत और सुजीत उपाध्याय ने गिरफ्तारी की वैसे तो गौतमबुद्ध नगर पुलिस के 100 से ज्यादा अफसर और कर्मी श्रीकांत को पकड़ने के लिए दिन-रात काम कर रहे थे। स्पेशल ऑपरेशनल ग्रुप, क्राइम ब्रांच, सर्विलांस टीम, हेडक्वॉर्टर और कई दूसरे जानकार पुलिस अफसरों को श्रीकांत के पीछे लगाया गया था। इन सबके बीच तीन चेहरे खास हैं। ग्रेटर नोएडा के एसीपी पीपी सिंह, बीटा-2 थाने के एसएचओ अनिल राजपूत और फेज-2 थाने के एसएचओ सुजीत उपाध्याय ने इस गिरफ्तारी में अहम रोल अदा किया है। बड़ी बात यह है कि रविवार की रात ओमेक्स ग्रैंड हाउसिंग सोसाइटी में हंगामा होने के बाद सुजीत उपाध्याय को सस्पेंड कर दिया गया था। इसके बावजूद सुजीत उपाध्याय अपनी टीम लेकर श्रीकांत की घेराबंदी में जुटे रहे।
सुजीत और पीपी सिंह का पुराना अनुभव और अनिल का जोश काम आया सुजीत उपाध्याय नोएडा और ग्रेटर नोएडा के कई थानों में एसएचओ रह चुके हैं। वह कई सालों से गौतमबुद्ध नगर में तैनात हैं। अगर यह एसीपी पीपी सिंह की बात करें तो उन्होंने भी गौतमबुद्ध नगर में लंबा अनुभव हासिल किया है। पीपी सिंह पहले गौतमबुद्ध नगर के कई थानों में बतौर एसएचओ काम कर चुके हैं। फिलहाल पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद से ग्रेटर नोएडा में एसीपी हैं। इन दोनों अफसरों का पुराना अनुभव काम आया है। दूसरी ओर थाना बीटा-2 के एसएचओ अनिल राजपूत जोशीले और क्राईम इन्वेस्टिगेशन में घुसने वाले पुलिस अफसर माने जाते हैं। पुलिस कमिश्नरेट के अफसर अनिल राजपूत को भरोसेमंद अफसर मानते हैं।