दनकौर
श्री कन्हैया व सुदामा की दोस्ती को लेकर बड़ा ही मार्मिक वर्णन करते हुए परम पूज्नीय धर्मशास्त्राचार्य जी ने परीक्षित मोक्ष तक की कथा से उपस्थित भक्तों का मन मोह लिया
दनकौर: श्री द्रोण गौशाला परिसर दनकौर में 15 सितंबर दिन गुरुवार से चल रही श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिवस के पावन प्रसंग में कथा व्यास परम पूज्नीय धर्मशास्त्राचार्य श्री हरि शरण उपाध्याय जी ने अपने मुखारविंद से सुदामा चरित्र का बहुत ही सुंदर वर्णन करते हुए कहा की भगवान प्रेम के भूखे हैं यही कारण है कि अपने गरीब मित्र सुदामा की दीन दशा को देखकर कन्हैया की आंखों में आंसू छलकने लगे और उन्ही आंसुओं से भगवान श्री कृष्ण ने अपने मित्र सुदामा के चरण धोये|
महाराज जी ने कहा कि प्रेम भाव से स्मरण करने से भगवान अपने भक्तों के दुखों को हर लेते हैं |महाराज श्री ने कहा कि कभी भी अपने हृदय में ईर्ष्या को जगह ना दें यदि आपके हृदय में ईर्ष्या नहीं होगी तो आपके हृदय में भगवान का वास होगा यदि भगवान आपके हृदय जाना भी चाहेंगे तो आपके हृदय से स्वयं भी नहीं जा सकते|
पूज्य महाराज श्री ने आज छोटी- छोटी कहानियों के माध्यम से श्री कृष्ण सुदामा लीला, परीक्षित मोक्ष व संपूर्ण भागवत रहस्य का वर्णन किया| कथा के विश्राम दिवस व समापन पर सभी श्रद्धालुओं भक्तों ने श्री व्यास जी की पूजा और आरती की,
आज बहन वंदना शरण उपाध्यायसहित मंजू गोयल, सुनीता गोयल ,राकेश कुमार गर्ग ,श्रीमती पूनम गर्ग, योगेश गर्ग ,मयंक गर्ग ,ध्रुव गर्ग ,अंशुल गर्ग ,क्षितिज गर्ग, जीवांश गर्ग ,विराज गर्ग ,प्रधानाचार्य जय प्रकाश सिंह, पूर्व प्रधानाचार्य सतीश उपाध्यक्ष, प्रधानाचार्य दिनेश उपाध्याय ,प्रमोद सिंघल, पंडित देवदत्त शर्मा ,शैलेंद्र गोविंद ,सुरेश चंद शर्मा, सहित काफी बड़ी संख्या में उपस्थित भक्तजन इस भव्य , श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के साक्षी बने,
कार्यक्रम आयोजक श्री राकेश कुमार गर्ग द्वारा भक्तजनों के लिए 22 सितंबर बृहस्पतिवार को हवन के साथ महाप्रसाद का प्रोग्राम रखा गया है
प्रस्तुति -मुख्य संपादक ओम प्रकाश गोयल व वंदना शरण उपाध्याय