Bulandshahr
हमें श्री भगवान से भगवान को ही मांग लेना चाहिए-विजय कृष्ण महाराज
बुलंदशहर : श्री श्याम सखा युवा मंडल के तत्वधान में श्री खाटूश्याम मंदिर पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर महाराज श्री ने सती चरित्र, ध्रुव चरित्र व कपिल अवतार के प्रसंगों का वर्णन किया। महाराज श्री ने बताया कि कपिल मुनि ‘सांख्य दर्शन’ के प्रवर्तक थे, जो भगवान विष्णु का पंचम अवतार हैं। इनकी माता का नाम देवहुती व पिता का नाम कर्दम था। कपिल मुनि की माता देवहूती ने विष्णु के समान पुत्र की कामना की थी। अतः भगवान विष्णु ने स्वयं उनके गर्भ से जन्म लिया था। कर्दम जब सन्यास लेकर वन जाने लगे तो देवहूती ने कहा, “स्वामी मेरा क्या होगा?” इस पर ऋषि कर्दम ने कहा कि “तेरा पुत्र ही तुझे ज्ञान देगा।” कहा गया है कि हमें श्री भगवान से भगवान को ही मांग लेना चाहिए। समय आने पर कपिल ने माता को जो ज्ञान दिया, वही ‘सांख्य दर्शन’ कहलाया। शरशय्या पर पड़े हुए भीष्म पितामह के शरीर त्याग के समय वेदज्ञ व्यास आदि ऋषियों के साथ भगवान श्री कपिल मुनि जी भी वहां उपस्थित थे।
आज श्रीमद् भागवत कथा में अतुल कृष्णदास एडवोकेट, अनिल गुप्ता, दीपेंद्र चौधरी, दीपेन गांगुली, कैलाश सिंह ,संजय गोयल, नितिन सोनी आदि , सैकड़ो भक्त उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- सह संजय गोयल संपादक