राष्ट्रीय
निर्भया के दोषियो को फांसी एक साथ या अलग अलग, आज आएगा बड़ा फैसला
नई दिल्ली। निर्भया के सभी चारों दोषियों को एक साथ फांसी पर लटकाया जाएगा या उन्हें अलग अलग भी फांसी दी जा सकती है। इस विषय पर दिल्ली हाईकोर्ट फैसला सुनाने वाला है। रविवार को दिल्ली हाईकोर्ट में सॉलीसिटर जनरल तुषार मेहता ने दलील दी थी कि दो दोषियों के पास अब कोई कानूनी विकल्प नहीं हैं, लिहाजा उन्हें फांसी दी जा सकती है।
तुषार मेहता ने अदालत से कहा कि कानूनी दांवपेंच के जरिए दोषी कानून का मजाक बना रहे हैं। इसके साथ यह भी कहा कि जिस तरह से दोषियों के द्वारा नियम कानून की पेचीदिगियों को अपने पक्ष में इस्तेमाल किया जा रहा है उससे आम लोगों का कानून से भरोसा उठ रहा है। सरकार का पक्ष रखते हुए तुषार मेहता ने कहा कि अब समय आ गया है जब निर्भया के दोषी कानूनी तिकड़म का सहारा न ले सकें।
बता दें कि मुकेश सिंह और अक्षय सिंह के पास उपलब्ध सभी कानूनी विकल्प समाप्त हो चुके हैं। ये बात अलग है कि दो दोषी अलग अलग तरह से मामले को लटका रहे हैं। पटियाला हाउस कोर्ट की तरफ से पहले 22 जनवरी और 1 फरवरी के लिए डेथ वारंट जारी किया गया था। लेकिन बाद में उसे टाल दिया गया। 1 फरवरी के डेथ वारंट को अनिश्चित काल तक के लिए टाल दिया गया था। अदालत के फैसले पर निर्भया की मां ने कहा था कि उन्हें इस बात का दुख नहीं है कि कानूनी फैसले के क्रियान्वयन में देरी हो रही है। लेकिन जिस तरह से दोषियों के वकील ने दलील दी थी वो निराश करने वाला था।