अंतर्राष्ट्रीयराष्ट्रीय
कीव से आ रहे भारतीय छात्र को गोली लगी, वापस कीव ले जाया गया: वीके सिंह
कीव से आ रहे भारतीय छात्र को गोली लगी, वापस कीव ले जाया गया: वीके सिंह
रूस और यूक्रेन के बीच आज युद्ध का शुक्रवार को लगातार नौवां दिन है और ये लड़ाई हर नए दिन के साथ भीषण होती जा रही है। अभी भी कुछ भारतीय छात्र युक्रेन की राजधानी कीव और सबसे बड़े शहर खारकीव में फंसे हैं। इसी बीच यूक्रेन के पड़ोसी देश पोलैंड में मौजूद केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह ने कहा है कि आज ख़बर मिली कि कीव से आ रहे एक छात्र को गोली लग गई और उसे बीच रास्ते से ही वापस कीव ले जाया गया। हम कम से कम नुकसान में ज़्यादा से ज़्यादा बच्चों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
तीन दिनों में 7 सात फ्लाइट में करीब 1400 बच्चे वापस आए: सिंह
I received info today that a student coming from Kyiv got shot and was taken back midway. We’re trying for maximum evacuation in minimum loss: MoS Civil Aviation Gen (Retd) VK Singh, in Poland#RussiaUkraine pic.twitter.com/cggVEsqfEj
— ANI (@ANI) March 4, 2022
वीके सिंह ने बताया कि अभी 1600-1700 बच्चों को भारत भेजना है। पिछले तीन दिनों में सात फ्लाइट में लगभग 1400 बच्चे गए हैं। कुछ बच्चे अपने जरिए से वॉरसॉ पहुंचे थे और उन्होंने अपने रिश्तेदारों के साथ रुकने का फैसला किया है। वह पोलैंड में सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि हम कल कुल 5 फ्लाइट निकालेंगे, जिसमें हम 800-900 बच्चों को भारत भेंजेंगे। हमने बच्चों के रुकने के लिए यहां अस्थायी व्यवस्था बनाई है।
यूक्रेन से भारतीयों की वापसी का मिशन जारी
बता दें कि यूक्रेन से भारतीयों की वापसी का मिशन जारी है। आज भारतीय वायु सेना के दो C-17 विमान यूकेन में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर रोमानिया के बुखारेस्ट और हंगरी के बुडापेस्ट से गाज़ियाबाद में स्थित हिंडन एयर बेस पहुंचे। केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट ने आने वाले भारतीय नागरिकों का स्वागत किया। देर रात वायुसेना और एयर इंडिया के विमान से करीब 700 छात्र देश लौटे हैं। कल यानि 5 मार्च तक 15 हजार और बच्चों को निकालने का प्लान है। इससे पहले कल रात यानी गुरुवार रात को भी एक फ्लाइट भारतीय छात्रों को लेकर मुंबई लौटी है। ?
पहले भी लग चुकी है रूसी हमले में गोली
बता दें कि 1 मार्च को यूक्रेन के खारकीव में रूस ने हवाई हमला किया था। इसमें कर्नाटक के रहने वाले नवीन शेखरप्पा नामक छात्र की मौत हो गई थी। इसके बात विदेश मंत्रालय ने कहा था कि वे छात्र के शव को भारत लाए जाने की कोशिश कर रहे हैं। 2 मार्च को भी यूक्रेन में एक भारतीय छात्र की मौत हुई थी।