दनकौर
श्री द्रोण गौशाला प्रबंधक समिति के चुनाव को लेकर प्रत्याशियों से ज्यादा वोटर में बेचैनी , आइए देखते हैं क्या कहते हैं हमारे सम्मानित वोटर
श्री द्रोण गौशाला प्रबंधक समिति के चुनाव को लेकर प्रत्याशियों से ज्यादा वोटर में बेचैनी , आइए देखते हैं क्या कहते हैं हमारे सम्मानित वोटर
दनकौर :श्री द्रोण गौशाला प्रबंधक समिति (रजि0) कार्यकारिणी के चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहे हैं प्रत्याशियों से ज्यादा वोटरों में उत्सुकता के साथ पहली बार बेचैनी सी देखने को मिल रही है,
वोटर प्रत्याशियों को लेकर गुणा- भाग में लगा हुआ दिखता है, ग्लोबल न्यूज़ 24 × 7 की गोपनीय रिपोर्ट के अनुसार वोटर की राय अलग-अलग है इस बार वोट किसी ग्रुप को न देकर अपनी पहली पसंद के प्रत्याशी को वोट देने के मूड में लग रहा है, वोटर के सामने सबसे बड़ी समस्या सभी प्रत्याशियों से कहीं ना कहीं आपसी संबंधों को लेकर है, वही वोटर चुनावों को लेकर भी काफी नाखुश है पदों के लोभ में लगे आरोप – प्रत्यारोपों के बीच पूरे क्षेत्र में जो बेइज्जत होना पड़ रहा है उसकी आसानी से पूर्ति होना आसान नहीं है,
वोटर का कहना है कि बिना चुनाव के भी इसका समाधान निकाला जा सकता था, उनके सामने सबसे बड़ा धर्म संकट है कि किसके बुरे बने ,किसके भले बने उन्हें पता है कि 19 सितंबर के बाद सब एक हैं , हम क्यों किसी के बुरे -भले में फंसे,
बाजार के अधिकांश जिम्मेदार (गौशाला के आजीवन सदस्य) का कहना है कि इस बार चुनाव काफी टफ रहने वाला है, स्थानीय वोटर हर प्रत्याशी को हर दृष्टि से जांच परख रहा है जैसे उसका अब तक का सामाजिक चिंतन ,बाजार के व्यापारियों के प्रति समर्पण ,साफ छवि ,गौ माता के प्रति लगाव, उनका कहना है कि कुछ प्रत्याशी गौशाला द्वारा संचालित अन्य संस्थाओं में रहना चाहते हैं जबकि जो मुख्य संस्था गौशाला है उस में रहकर गौ माता की सेवा की ओर किसी का ध्यान नहीं है उनकी पहली पसंद वह प्रत्याशी है जो यह आश्वासन दे कि मैं गायों की सेवा का ही काम देखूंगा ,पर अभी तक किसी ने आकर ऐसा नहीं कहा |
चुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशी अपनी-अपनी तरह से मतदाता को समझाने का प्रयास करते हुऐ आश्वासन दे रहे हैं ,
चुनाव में अभी 2 दिन शुक्रवार व शनिवार का समय बाकी है रविवार को प्रातः 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक बोट पड़ेगी उसी दिन ही गिनती के बाद परिणाम की घोषणा हो जाएगी,