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भाई के सुसराल वालों ने ग्राम सचिव को मौत के घाट उतारा

ग्राम सचिव को भाई के सुसराल वालों ने ही मौत के घाट उतार कर काली नदी में फैंका था, पुलिस ने बरामद किया ग्राम सचिव का शव, मृतक के हाथ बंधे हुए मिले कमर से, गोधा पुलिस ने चार नाम जदों को बनाया बंदी, बंदियों में दो महिला भी शामिल, एक नामजद अभी भी फरार

औरंगाबाद:- ब्लॉक लखावटी में तैनात ग्राम पंचायत सचिव मुकेश पुत्र ओम वीर सिंह निवासी फतहपुर थाना जहांगीराबाद का शव अलीगढ़ जनपद की काली नदी से गोधा थाना पुलिस ने शुक्रवार को बोट की मदद से बरामद कर लिया. शव की शिनाख्त मृतक के भाई राकेश ने की. बोरे में बंद मुकेश की लाश साड़ी में बांधकर नदी में फैंकी गयी थी और उसके हाथ पीछे की ओर बंधे हुए पाये गये. जिससे जाहिर होता है कि हत्या करने से पूर्व मृतक के हाथ पीछे की ओर बांध कर जमकर पिटाई भी की गई थी.

लाश की शिनाख्त कराने के पश्चात पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्ट मार्टम कराने के लिए जिला मुख्यालय अलीगढ़ भेज दिया.

मामले की रिपोर्ट मृतक के भाई राकेश पुत्र ओमवीर ने दर्ज कराई थी पुलिस ने रिपोर्ट गुमशुदगी में दर्ज की थी लाश बरामद हो जाने के पश्चात पुलिस ने मामला हत्या की धाराओं में परिवर्तन कर नामजद कराये गये हेमंत पुत्रसतवीर, नीतू पत्नी हेमंत, मुनेन्द्र पुत्र सत वीर, तथा रुचि पत्नी मुनेन्द्र निवासी गण कल्याण पुर जनपद अलीगढ़ को हिरासत में ले लिया. एक अन्य

नामजद संदीप निवासी त्यौरबुर्ज थाना छतारी जनपद बुलंद शहर अभी फरार है.

एस ओ गोधा ने बताया कि फरार अभियुक्त की तलाश जारी है जिसे शीघ्र ही बंदी बना कर जेल भेजा जायेगा.

ग्राम सचिव मुकेश और मुनेन्द्र की पत्नी के बीच नाजायज संबंध इस हत्या कांड का कारण बताये जा रहे हैं. मुनेन्द्र छत्तीसगढ़ में सर्विस करता था जबकि उसकी पत्नी रुचि गाँव कल्याण पुर में ही रहती थी. मुकेश का अपने बडे़ भाई देवू की सुसराल कल्याण पुर में आना जाना था. जिसके चलते दोनों के बीच अवैध संबंध बन गये थे. जानकारी मिलने पर देबू की सुसराल वालों ने मुकेश को धोखे से फोन करके गाँव बुलाया और उसका अपहरण कर जमकर मारपीट की और उसकी हत्या कर शव को काली नदी में फैंक दिया था.

औरंगाबाद से राजेन्द्र अग्रवाल

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