Bulandshahr
अनाधिकृत रूप से सील तोड़ ने का मामला, अपंजीकृत अस्पताल व पैथालाजी लैब संचालकों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने कराई एफआईआर
झोला छाप चिकित्सकों और पैथोलॉजी लैबों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग अब सौदे बाजी छोड़ कड़क रुख अपनाने के मूड में है.
ए सी एम ओ व नोडल अधिकारी डा० ए के भंडारी ने 28 फरवरी को जुलेपुरा में अवैध रूप से चलाई जा रही दीपांशु पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण करके पंजीकरण के अभाव में लैब को सील करने के साथ 7 दिन का नोटिस जारी करके अभिलेख दिखाने का आदेश दिया था. लेकिन लैब संचालकों ने जबरन सील तोड़ कर पुनः लैब शुरू कर नोटिस को धता बता दी थी. लैब पुनः संचालित होने की सूचना पर संज्ञान लेते हुए डा० भंडारी ने थाना कोतवाली देहात बुलंद शहर में उक्त लैब के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने और लैब संचालन रुकवाने के लिए लिखित तहरीर दी है.
इसी प्रकार डा० भंडारी ने कोतवाली नगर बुलंद शहर में तहरीर देकर के पी रोड स्थित यशोदा हास्पिटल के संचालकों पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए लिखित तहरीर दी है जिसमें कहा गया है कि 2 मार्च को निरीक्षण के दौरान उनके साथ अभ्रक व्यवहार किया गया तथा आवश्यक कागजात नहीं उपलब्ध कराये गये.
डा० भंडारी ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर अनाधिकृत रूप से चलाई जा रहीं स्वास्थ्य सेवाओं को रुकवाये जाने की मांग की है.
स्वास्थ्य विभाग के कडे़ तेवरों से झोला छाप चिकित्सकों, अपंजीकृत लैब व अस्पताल संचालकों में हडकंप मच गया है.
औरंगाबाद से राजेन्द्र अग्रवाल