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Bulandshahr

क्षेत्र में शिक्षा क्रांति के जनक रायबहादुर चौधरी अमरसिंह जी की 123 वीं जयंती पर श्रृद्धा सुमन अर्पित

औरंगाबाद:- क्षेत्र के ख्यातिप्राप्त अमरसिंह महाविद्यालय लखावटी और अमरसिंह इंटर कालेज लखावटी के संस्थापक स्वर्गीय रायबहादुर चौधरी अमरसिंह जी की 123 वीं जयंती रविवार को अत्यंत श्रृद्धा भाव के साथ मनाई गई.

चौधरी अमरसिंह जी को क्षेत्र में शिक्षा क्रांति के जनक के रूप में जाना जाता है. उन्होंने इस क्षेत्र को शिक्षा के प्रसार प्रचार में अग्रणी बनाने के लिए अपनी तमाम संपत्ति खर्च कर दी थी. उन्हीं के द्वारा स्थापित अमरसिंह महाविद्यालय कृषि शिक्षा के लिए आसपास ही नहीं बल्कि देश के कौने कौने में विख्यात है और कश्मीर तक से यहाँ विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने आते हैं.

रविवार को रायबहादुर के पौत्र कुंवर सिंधुल सिरोही, नाती भवतोष चौधरी, परिजन अशोक कुमार तेवतिया, चौधरी जितेंद्र सिंह, लोकेश कुमार शर्मा, सेवा निवृत्त सहायक ठाकुर प्रेम पाल सिंह व क्षेत्र के अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने महाविद्यालय परिसर स्थित उनकी समाधि पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. चौधरी सिंधुल सिरोही ने अपने को रायबहादुर परिवार से जुडा़ होने पर गर्व का अनुभव करते हुए कहा कि रायबहादुर चौधरी अमरसिंह जी ने शिक्षा के क्षेत्र में जो सहयोग किया वह अविस्मरणीय और अद्वितीय है.

भवतोष कुमार चौधरी ने कहा कि रायबहादुर का सपना था कि यह क्षेत्र शिक्षा के मामले में पिछड़ा ना रह जाये. अमरसिंह महाविद्यालय की ख्याति प्रदेश में ही नहीं समूचे उत्तर भारत में दूर दूर तक फैली हुई है.

समाधि पर पुष्प अर्पित करने के पश्चात गणमान्य व्यक्तियों ने महाविद्यालय के अंदर पहुँच कर रायबहादुर चौधरी अमरसिंह जी की आदमकद प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए भाव पूर्ण स्मरण किया.

औरंगाबाद से राजेन्द्र अग्रवाल

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