Bulandshahr
नकल माफिया सक्रिय- बीस हजार रुपए दो ,डी फार्मा में पास हो
औरंगाबाद:- डी फार्मा के एग्जाम शुरू होते ही बुलंदशहर में नकल माफिया सक्रिय हुए ₹20000 में पास कराने की ले रहे हैं गारंटी,
वैसे तो नकल माफिया काफी अरसे से सक्रिय रहे हैं सरकार चाहे कांग्रेस की हो या समाजवादी पार्टी ,बसपा की हो अथवा स्वयं योगी आदित्यनाथ की भाजपा सरकार ही क्यों ना हो नकल माफिया सक्रिय थे सक्रिय हैं और शायद सक्रिय रहेंगे भी।
प्राप्त समाचार के अनुसार प्रदेश में शुक्रवार (आज) से डी फार्मा छात्रों की परीक्षा प्रारंभ हो रही है। इन परीक्षाओं में नकल माफिया पूरी तरह सक्रिय हैं। नकल माफिया खुलेआम छात्रों और अभिभावकों से नकद वसूली कर रहे हैं इसके बदले छात्रों को विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा परीक्षा में बोल कर नकल कराने का आश्वासन दिया जा रहा है।
कुछ अभिभावकों ने बताया है कि उनके पास कालिज वालों के फोन आ रहे हैं कि यदि अपने बच्चे को डीफार्मा डिग्री दिलाने की इच्छा रखते हो तो पैसे भेज दो हमारी जिम्मेदारी है नकल कराने की। हमने परीक्षा केंद्र अपनी पहुंच के सहारे अपनी मर्जी से बनवाया है नकल बोल कर कराई जाएगी 50अंक श्यौर की गारंटी भी दी जा रही है।
एक अभिभावक ने मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पोर्टल पर गुरुवार को भेजकर नकल माफियाओं की करतूतें बयान की हैं।
मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में शिकायत कर्ता ने मुख्य मंत्री को बताया है कि उसका भाई बुलंदशहर स्थित एक कालिज से डी फार्मा कोर्स कर रहा है। गुरुवार को जब उसका भाई कालेज में प्रवेश पत्र लेने गया तो कालेज के शिक्षक उमेश ने उससे बीस हजार रुपए जमा कराने के लिए कहा और बताया कि राजकीय पालीटेक्निक कालेज डिबाई में परीक्षा केंद्र बनवाया गया है हमारी सैटिंग वहां वरुण यादव से हो चुकी है। हमारे शिक्षक बोलकर नकल करायेंगे। यदि पास होना है तो बीस हजार रुपए लेकर आओ।
शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नकल माफियाओं के खिलाफ जांच कराकर कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग भी की है।
देखने वाली बात यह है कि क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस शिकायत पर कोई जांच पड़ताल अथवा कोई कार्रवाई करायेंगे अथवा पहले की ही भांति नक़ल माफियाओं को खुलकर खेलने का मौका दिया जाता रहेगा।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल