Bulandshahr
सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढे में है सड़क पता ही नहीं चलता, विकास के नाम पर करोड़ों रुपए खा जाने का आरोप
औरंगाबाद के विकास पर करारा तमाचा है मेन बाजार की खस्ताहाल सड़क
औरंगाबाद( बुलंदशहर ) जनपद बुलंदशहर का प्रमुख नजदीकी कसबा औरंगाबाद विकास के नाम पर जमकर धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का शिकार हुआ है। कहने को कसबा नगर पंचायत है। यहां का सालाना बजट करोड़ों रुपए का है पूरे पांच साल में कितना और किस स्तर का विकास कार्य निकम्मे जन प्रतिनिधियों ने कराये उसका नमूना यदि किसी को देखना है तो कृपया कसबे का मुख्य बाजार जिसे लोग सदर बाजार भी कहते नहीं थकते में आकर यहां की सड़क पर पैदल चलकर देखें। सड़क में छोटे बड़े गड्ढे कब किस वाहन का टायर पंचर कर देंगे कोई नहीं जानता। पूरी सड़क पर सैंकड़ों गड्ढे देखकर पता ही नहीं चलता कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क है। ऐसा नहीं है कि यहां के लोगों ने अपने जन प्रतिनिधियों से इस प्रमुख सड़क को गड्ढे मुक्त कराने की गुहार ना लगाई हो बल्कि हर शांति समिति की बैठक में इस सड़क की दुर्दशा का मसला उठाया गया । हर बार जल्द ही सड़क का स्टीमेट बनवाने और सही कराने का आश्वासन दिया गया लेकिन हुआ कुछ भी नहीं और वर्तमान नगर पंचायत का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है लेकिन 38लाख विकास कार्यों के लिए पुनः यहां आवंटित किए जाने के बाबजूद यहां इस सड़क को सही कराने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है।
यह हालत तो तब है जब कि यहां से विधायक सांसद सभी सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के ही हैं। काश जनपद के दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कसबे का भी दौरा किया होता तो शायद रातों रात मेन सदर बाजार की सड़क के दिन भी बहुर गये होते। यहां के तमाम जन प्रतिनिधियों का शायद यही रवैया है कि पहले विकास अपना ,कसबे का विकास होता रहेगा जब होगा। अब जबकि चुनाव सिर पर हैं एक बार फिर से सड़क गड्ढे मुक्त कराने के लोक लुभावन वादे घोषणा किए जायेंगे। अमल कब होगा राम जाने।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल