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केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने गौतम बुद्ध नगर के सांसद डॉ० महेश शर्मा की उपस्थिति में 17वें भारतीय फैशन ज्वैलरी और एक्सेसरीज़ शो का किया उद्धघाटन

सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पुरस्कार समारोह में सराहनीय उत्पाद प्रस्तुति के लिए प्रदर्शकों को सम्मानित किया गया,  पहला दिन उत्साहपूर्ण व्यवसाय के साथ ही खरीदारों और प्रदर्शकों के लिए एक नेटवर्किंग शाम के साथ हुआ समाप्त

ग्रेटर नोएडा : भारत सरकार में माननीय केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज एक शानदार समारोह में 69वें इंडिया इंटरनेशनल गारमेंट (आईआईजीएफ) के साथ-साथ आयोजित होने वाले इंडियन फैशन ज्वेलरी एंड एक्सेसरीज शो आई आईजीएफ के 17वें संस्करण का उद्घाटन किया। ये दोनों आयोजन इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली एनसीआर में आयोजित किए जा रहे हैं। आईआईजीएफ का आयोजन हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) द्वारा किया जा रहा है और आई आईजीएफ का आयोजन परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) द्वारा किया जा रहा है। गौतमबुद्ध नगर से सांसद डॉ. महेश शर्मा ने इस अवसर पर दोनों आयोजनों में गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में शिरकत की।

इस अवसर हस्तशिल्प विकास आयुक्त श्रीमती अमृत राज, आईपीओएस, ईपीसीएच के पूर्व अध्यक्ष श्री राज कुमार मल्होत्रा; ईपीसीएच के महानिदेशक और आईईएमएल के चेयरमैन डॉ. राकेश कुमार फियो के प्रेजिडेंट पद्मश्री डॉ. ए. शक्तिवेल एईपीसी के चेयरमैन श्री नरेनु गोयनका, आईजीएफए के अध्यक्ष श्री ललित ठुकराल, श्री अमित जैन और श्री हर्षवर्द्धन गुप्ता, अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष, आईएफजेएएस 2023 ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर. के. वर्मा और ईपीसीएच और एईपीसी दोनों के ही कई समिति सदस्य भी उपस्थित रहे।

अपने उद्घाटन भाषण में, भारत सरकार में माननीय केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने निर्यात की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह सेक्टर रोजगार पैदा करने और सस्टेनेबल यानी टिकाऊ वस्त्रों में भारत की विशेषज्ञता में योगदान देने में पूरी तरह सक्षम है इसकी वजह से सर्कुलर इकोनॉमी को हासिल करने देश के सामर्थ्य को बल मिलेगा। उन्होंने पारंपरिक विशेषज्ञता को बरकरार रखते हुए आधुनिक तकनीक को अपनाने पर जोर दिया। निर्यात समुदाय से भारत की बढ़ती वैश्विक प्रासंगिकता को दर्शाने वाला कारक बनाने यानी ‘वाओ फैक्टर बनने का आग्रह किया है। अपने संबोधन में श्री गोयल ने घोषणा की, “दुनिया भारत की ओर देख रही है, इसलिए हमारे पास व्यर्थ करने को समय नहीं है और हमें अवसर पैदा करने के लिए तीव्र गति से काम करना चाहिए। हमें भावी पीढ़ियों, युवा उद्यमियों, स्टार्ट-अप और निर्यात क्षेत्र में आगामी व्यावसायिक संस्थाओं के लिए संभावनाएं भी बनानी होंगी।” उन्होंने उभरते कई अवसरों का हवाला देते हुए कई देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौतों और दूसरों के साथ आगे की बातचीत का जिक्र किया। उन्होंने इस अवसर पर उद्योग के विकास और निर्यात बढ़ाने के प्रयासों में सरकार के समर्थन का आश्वासन भी दिया।

गौतम बुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा ने क्षेत्र की उन्नति और विकास के लिए आईईएमएल के अध्यक्ष और ईपीसीएच के महानिर्देशक डॉ. राकेश कुमार के नेतृत्व में मेला स्थल इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट की सराहना की। उन्होंने कहा कि यहां लगने वाले मेलों के माध्यम से नोएडा अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर उभरता है। उन्होंने कपड़ा क्षेत्र में हो रहे विकास की भी सराहना की और सरकार के समर्थन का आश्वासन दिया। इसका जिक्र करते हुए उन्होंने विशेष रूप से ग्रेटर नोएडा में 300 एकड़ के परिधान पार्क और विशेष रूप से महिलाओं के लिए इसकी रोजगार सृजन क्षमता को रेखांकित किया।

ईपीसीएच के अध्यक्ष श्री दिलीप बैद ने दुनिया भर के सभी प्रदर्शकों और आने वाले खरीदारों के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यवसाय की कामना की। उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि यह पहल कई अन्य लोगों को उत्पाद विशिष्ट फैशन ज्वेलरी और फैशन एक्सेसरीज शो का हिस्सा बनने के लिए भी प्रेरित करती रहेगी जिससे समग्र निर्यात में वृद्धि हो सके।

इस अवसर पर ईपीसीएच के पूर्व अध्यक्ष श्री राज कुमार मल्होत्रा ईपीसीएच ने सूचित किया कि इंडियन फै एक्सेसरीज शो आईएफजेएएस 2023 का 17वां संस्करण एक विशेष रूप से संकल्पित सेक्टर एक्सक्लूसि विदेशी खरीदारों, खरीदारी और सोर्सिंग पेशेवरों के साथ-साथ घरेलू वॉल्यूम खुदरा खरीदारों के लिए आयोजि देश के सभी हिस्सों से आए लगभग 200 प्रदर्शकों ने फैशन आभूषणों, अर्थ-कीमती आभूषण बेल्ट और ब पर्स: फैशन के सामान हेड एंड हेयर एसेसरीज; स्टोल और स्कार्फ शॉल कशीदाकारी, मनके और सीकिड एवं फैंसी जूते विशेष कारीगरी वाले परिधान सुरक्षा परिधान एवं सामग्री; और घटकों का प्रदर्शन किया।

इंडिया एक्सपो सेंटर से परे प्रगति मैदान के साथ-साथ इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, द्वारका को कवर करने के लिए एक भव्य कपड़ा मेले के लिए माननीय मंत्री के विजन के जवाब में, आईईएमएल के चेयरमैन और ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि बड़े कपड़ा और संबंधित शो की मेजबानी इंडिया एक्सपी सेंटर पहले से ही कर रहा है। उन्होंने मंत्री को आश्वासन दिया कि माननीय कपड़ा मंत्री के मार्गदर्शन और समर्थन के तहत इस तरह का भारतीय कपड़ा मंगा सोर्सिंग

कार्यक्रम निश्चित रूप से जल्द ही एक वास्तविकता के तौर पर बनाया जा सकता है। आईएफजेएएस 2023 के दौरान आयोजित होने वाले फैशन शो आने वाले खरीदारों के लिए मुख्य आकर्षणों में से एक है। इन

फैशन शो के जरिए क्रेता रैंप पर मॉडलों द्वारा प्रदर्शित किए जा रहे फैशन ज्वेलरी और एक्सेसरीज के विविध और उत्तम उत्पादों को देखेंगे। स्वागत समिति, आईएफजेएएस 2023 के अध्यक्ष श्री अमित जैन ने कहा कि विभिन्न शिल्प समूहों के कारीगरों के उत्पादों को बढ़ावा देने के ईपीसीएच के प्रयासों के तहत पूरे भारत के लगभग 20 कारीगरों के साथ एक विशेष क्षेत्रीय प्रदर्शन आईएफजेएएस में स्थापित किया गया है। यह खरीदारों के लिए भी एक और आकर्षण साबित होगा। इसके साथ ही आयोजन के तीन दिनों के उत्सव में जब क्रेता उनके स्टैंड्स पर जाएंगे तो कारीगरों और प्राथमिक उत्पादकों का मनोबल भी बढ़ेगा।

आईएफजेएस 2023 की रिसेप्शन कमेटी के उपाध्यक्ष श्री हर्षवर्द्धन गुप्ता ने कहा आयोजन का पहला दिन जहां बहुत से घटनाओं से लबरेज था वहीं पहले दिन की शाम प्रदर्शकों को दिए गए सर्वश्रेष्ठ डिजाइन और प्रदर्शन पुरस्कारों के साथ जन मनाने वाली साबित हुई। इस आयोजन के बाद एक नेटवर्किंग शाम का आयोजन किया गया, जिसमें कई खरीदार और प्रदर्शक एकत्र हुए।

आईएफजेएस एक अनोखा व्यापार शो है जो खरीदारों को सिर से पैर तक फैशन सोर्सिंग के लिए आकर्षित करता है; फैशन ज्वेलरी के साथ-साथ परिधान के सहायक उपकरण भी इसका आयोजन ईपीसीएच द्वारा किया जाता है, जो प्रसिद्ध आईएचजीएफ दिल्ली मेले का आयोजक है, जो हर साल दो बार आयोजित होता है।

आईएफजेएस 2023 में सर्वश्रेष्ठ डिजाइन और डिसले को फैशन ज्वेलरी और फैशन एक्सेसरीज सेगमेंट में वितरित किया गया। सर्वश्रेष्ठ डिज़ाइन और डिस्प्ले स्टैंड के विजेता है.

हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद देश से हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ावा देने और होम, जीवनशैली, कपड़ा, फर्नीचर और फैशन आभूषण और एसेसरीज के उत्पादन में लगे देश के विभिन्न शिल्प समूहों में लगे लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के करिश्माई उत्पादों की ब्रांड छवि बनाने के लिए एक नोडल एजेंसी है। इस अवसर पर ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर के वर्मा ने सूचित किया कि ईपीसीएच दुनिया भर के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की छवि बनाने के लिए जिम्मेदार एक नोडल संस्थान है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 30019.24 करोड़ (372847 मिलियन अमेरिकी डॉलर) रहा। वहीं वित्तीय वर्ष 2022-23 में फैशन ज्वेलरी और एसेसरीज का निर्यात 1854.97 करोड़ (230.39 मिलियन अमेरिकी डॉलर) रहा।

विशेष रिपोर्ट -ओम प्रकाश गोयल( मुख्य संपादक ग्लोबल न्यूज़ 24×7)

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