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Bulandshahr

 धू धू करके जल उठा अहंकारी लंकापति रावण का पुतला राम रावण युद्ध में माता महाकाली भी पहुंचीं राक्षसों के बीच

राम रावण युद्ध में माता महाकाली भी पहुंचीं राक्षसों का काल बनकर

औरंगाबाद( बुलंदशहर ) विजय दशमी पर्व कस्बे और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया। लोगों ने दशहरा पूजन किया। और असत्य पर सत्य की विजय का शंखनाद किया।

क्षत्रियों ने शस्त्र पूजन किया और वैश्य समाज के लोगों ने अपने बहीखाता कांटे बांट माप का पूजन किया।

सब्जी मंडी से भगवान राम और लंकापति रावण अपनी अपनी सेनाओं को साथ लेकर बाड़े में अंतिम युद्ध के लिए रथों में सवार होकर चले। सप्तम भवानी, अष्टम् भवानी और नवम भवानी अपने अपने लांगुरियाओं को साथ लेकर भगवान राम के साथ असुरों का संहार करने चलीं। पूर्व चेयरमैन राजकुमार लोधी ने शुभारंभ किया ।

बाड़े में पहुंच कर भगवान राम लक्ष्मण हनुमान और रामा दल ने रावण को युद्ध के लिए ललकारा भीषण संग्राम के पश्चात विभीषण ने भगवान श्री राम को रावण की नाभि में अमृत होने का तथ्य उजागर किया तब श्री राम ने रावण की नाभि में अग्नि बाण मारकर उसका काम तमाम कर दिया।

इसी के साथ रावण का विशालकाय पुतला धू धू करके जल उठा। लोगों ने जय श्री राम का उद्घोष कर समूचे बाडे को गुंजायमान कर दिया। इस अवसर पर समूचे गांव देहात से भी भारी संख्या में लोग रावण दहन देखने आए,

रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल

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