[ia_covid19 type="table" loop="5" theme="dark" area="IN" title="India"]
Bulandshahr

मिड डे मील में भ‌ष्टाचार का डंक

ग्रामीणों ने बताया सभी मानक ताक पर अधिकारी कर रहे चुनाव ड्यूटी का बहाना

साढ़े तीन सौ बच्चों को बीस लीटर दूध में मिलाकर पानी पिलाया जा रहा है सफेद दूध

 औरंगाबाद (बुलंदशहर ) सरकार भले ही सरकारी स्कूलों में तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने का दावा करे नीचे से ऊपर तक तमाम अधिकारी सरकारी योजनाओं पर पानी फेरने से बाज नहीं आ रहे। ताज़ा तरीन मामला ब्लाक लखावटी अंतर्गत ग्राम ख्वाजपुर असरकपुर के उच्च प्राथमिक विद्यालय का है जहां साढ़े तीन सौ बच्चों को बीस लीटर दूध में सरकारी मिड डे मील का सफेद दूध पानी मिलाकर धड़ल्ले से पिलाया जा रहा है।

सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील योजना में भृष्टाचार का डंका बज रहा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी से लेकर हेडमास्टर तक सभी का खुलकर फीलगुड हो रहा है। सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी स्कूल में दर्शन देने आते ही नहीं हैं और यदि भूले-भटके कभी आ भी गये तो निरीक्षण के नाम पर खानापूर्ति कर फीलगुड करके चलते बनते हैं।

ग्राम ख्वाजपुर असरकपुर के ग्रामीण अभिभावकों ने स्कूल में जाकर मिड डे मील की धांधली पर आक्रोश जताया और प्रधान अध्यापक को बच्चों के भविष्य व जीवन से खिलवाड़ करने से बाज आने की चेतावनी दी। लेकिन जानकार सूत्रों ने बताया कि वे अपनी हट पर अडे हुए हैं और साफ कहा कि मेरा कोई कुछ भी नहीं बिगाड सकता है।

प्रधान अध्यापक राजकुमार से उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि मिड डे मील सही से वितरित किया जाता है कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है। ग्राम प्रधान पति ने बताया कि मिड डे मील में गड़बड़ी निरंतर जारी है कोई भी अधिकारी समस्या को लेकर गंभीर नहीं है,

रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल

Show More

Related Articles

Close