स्वास्थ्य
भारत ने बनाया कोरोना कवच, एंटीबॉडी का पता लगाने वाली स्वदेशी किट ‘एलीसा’ तैयार
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- देश में कोविड-19 की टेस्टिंग किट विकसित की गई
- कोविड-19 के एंटीबॉडी की मिल सकेगी जानकारी
देश में कोरोना वायरस से कोहराम मचा हुआ है. देश में कोरोना वायरस के हर रोज नए मामले देखे जा रहे हैं. वहीं कोरोना वायरस की जांच को लेकर अब भारत ने एक बड़ी सफलता हासिल की है. भारत ने कोविड-19 के एंटीबॉडी का पता लगाने वाली टेस्टिंग किट को विकसित कर लिया है.
पुणे में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) ने कोविड-19 के एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए स्वदेशी आईजीजी एलीसा टेस्ट ‘कोविड कवच एलीसा’ को विकसित किया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया है कि पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने कोविड-19 के एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए पहली स्वदेशी एंटी-सार्स-सीओवी-2 मानव आईजीजी एलीसा टेस्ट किट को सफलतापूर्वक विकसित कर लिया है.
National Institute of Virology, Pune has successfully developed the 1st indigenous anti-SARS-CoV-2 human IgG ELISA test kit for antibody detection of #COVID19 .
This robust test will play a critical role in surveillance of proportion of population exposed to #SARSCoV2 infection pic.twitter.com/pEJdM6MOX6
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) May 10, 2020
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया, ‘इस किट को मुंबई में 2 जगहों पर मान्य किया गया था और इसमें उच्च संवेदनशीलता और सटीकता है. इसके जरिए 2.5 घंटों में एक साथ 90 सैंपल टेस्ट किए जा सकते हैं. जिला स्तर पर भी एलीसा आधारित परीक्षण आसानी से संभव है.’
वहीं अब इस टेस्टिंग किट का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाएगा. इसके लिए आईसीएमआर ने एलीसा टेस्ट किट के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए जाइडस कैडिला (Zydus Cadila) के साथ भागीदारी की है. जल्दी ही बड़े पैमाने पर लोगों की इस टेस्टिंग किट के जरिए जांच की जाएगी.
वैक्सीन की दिशा में कदम
दूसरी तरफ इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के साथ मिलकर देश में ही कोविड-19 के लिए वैक्सीन तैयार करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है. दोनों की कोशिश है कि कोरोना के इलाज के लिए देश में ही वैक्सीन तैयार की जाए.