[ia_covid19 type="table" loop="5" theme="dark" area="IN" title="India"]
उत्तर प्रदेश

BJP – योगी ने तय किए समाजवादी पार्टी के खिलाफ मुद्दे, जाने क्या है मुद्दे

BJP - योगी ने तय किए समाजवादी पार्टी के खिलाफ मुद्दे, जाने क्या है मुद्दे

नई दिल्‍ली. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटे हैं. इसके तहत दोनों अपने मुख्‍य प्रतिद्वंद्वी दल समाजवादी पार्टी का मुकाबला करने के लिए मोटे तौर पर तीन प्रमुख विषयों पर मुद्दे सेट कर रहे हैं. वे तालिबान पर राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे को उठा रहे हैं, ‘अब्बाजान’ जैसे कमेंट के जरिये विभिन्न मोर्चों पर मुस्लिम तुष्टीकरण को उजागर कर रहे हैं और राम मंदिर के मुद्दे के माध्यम से हिंदू एकीकरण का प्रयास कर रहे हैं.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने हालिया भाषणों में बार-बार इन मुद्दों का उल्लेख किया है. इसमें रविवार को कुशीनगर में दिया गया भाषण भी शामिल है. सीएम योगी ने यहां कहा, ‘क्या तालिबान का समर्थन करने वाले लोगों ने कभी तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने की अनुमति दी होगी?’ यह समाजवादी पार्टी के एक सांसद शफीकुर रहमान बर्क द्वारा हाल ही में अफगानिस्तान में सत्ता में आने वाले तालिबान की तुलना भारत के स्वतंत्रता संग्राम से करने के संकेत पर किया गया था, जिसके लिए पुलिस ने उन पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया था. यूपी बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘हम इस बात को उजागर करने की कोशिश कर रहे हैं कि समाजवादी पार्टी तालिबान जैसी मानसिकता के लिए खड़ी है.’

वहीं सीएम योगी ने समानता के तौर पर कहा कि बिच्छू कहीं भी होगा तो डसेगा ही. राम मंदिर भी एक प्रमुख चुनावी मुद्दा है, जिसमें सीएम बार-बार अयोध्या में चल रहे निर्माण का जिक्र करते हैं और जोर देकर कहते हैं कि यह केवल बीजेपी ही है जो ऐसा करती.

सीएम योगी ने रविवार को खुद को भगवान राम और कृष्ण का भक्त कहने के लिए अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘क्या राम सेवकों पर गोलियां चलाने वाले लोग राम मंदिर बनाएंगे?’ मुख्‍यमंत्री ने अपने हालिया भाषणों में बार-बार कहा है कि अखिलेश यादव जैसे नेता अपने मुस्लिम वोट बैंक को ठेस पहुंचने के डर से पहले से ही मंदिरों में नहीं जाते थे. बीजेपी लोगों को यह समझाने की भी कोशिश कर रही है कि राम मंदिर के निर्माण की रफ्तार उत्तर प्रदेश में किसी भी अन्य सरकार के दौरान भी प्रभावित होगी.

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने रविवार को यह भी कहा कि अगर राम मंदिर बनाना सांप्रदायिक है, तो उन्हें सांप्रदायिक कहे जाने का कोई मुद्दा नहीं है. उन्‍होंने कहा, ‘कांग्रेस ने भगवान राम के अस्तित्व को खारिज कर दिया. सपा ने राम सेवकों पर फायरिंग की थी.’

समाजवादी पार्टी द्वारा कथित मुस्लिम तुष्टीकरण को लक्षित करने के लिए इस बीच कई अन्य मुद्दों को बीजेपी ने ‘अब्बाजान’ के तहत जोड़ दिया है. सीएम ने रविवार को कहा कि अब्बाजान कहने वाले गरीबों के लिए भेजे गए मुफ्त राशन को खा जाते हैं और भ्रष्टाचार में लिप्त होकर गरीबों के लिए सरकारी नौकरियों पर कब्जा कर लेते हैं. सीएम ने इस बात पर भी जोर डाला है कि सपा सरकार ने उत्तर प्रदेश में आतंकी कारनामों को अंजाम देने वाले पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों के खिलाफ मामलों को छोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन सरकार को ऐसा करने से रोकने के लिए अदालत को हस्तक्षेप करना पड़ा.

योगी आदित्यनाथ ने पहले राज्य विधानसभा में भी अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि जब उनके पिता मुलायम सिंह यादव को अब्बाजान कहा जाता है, तो उन्हें समस्या क्यों है. जबकि पार्टी मुस्लिम तुष्टिकरण में विश्वास करती है. इस मामले में सपा पर निशाने भी बढ़ गए हैं क्योंकि मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सबतुद्दीन अंसारी पिछले हफ्ते अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा में शामिल हुए थे.

बीजेपी पहले से ही इसे एक बड़ा मुद्दा बना रही है और कह रही है कि मुख्तार अंसारी और उसके परिवार जैसे गैंगस्टर को सपा का समर्थन प्राप्‍त है और ये अब कानून और व्यवस्था के लिए खतरा हैं. जबकि बीजेपी सरकार मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद को सलाखों के पीछे पहुंचाकर और उनकी संपत्तियां खत्‍म करके कड़ा रुख अपना रही है.

Show More

Related Articles

Close