[ia_covid19 type="table" loop="5" theme="dark" area="IN" title="India"]
Bulandshahr

भ्रष्टाचार चरम सीमा पर – अत्यधिक लोड होने के बाबजूद हर बार लगा जाते हैं 25 केवीए का मिनी टांसफार्मर

दो माह में फुंक गए चार टांसफार्मर, अत्यधिक लोड होने के बाबजूद हर बार लगा जाते हैं 25 केवीए का मिनी टांसफार्मर,आठ दिन से फुंका पडा़ है टांसफार्मर, योगी राज में तमाम दावों के बाबजूद किसानों की नहीं हो रही है कोई सुनवाई

औरंगाबाद: कस्बे के ईदगाह मौहल्ले में बिजली विभाग का अनोखा कारनामा प्रकाश में आया है. इस मौहल्ले में टांसफार्मर संख्या 74 से विभाग ने साढ़े सात हार्स पावर के तीन टयूवैल कनैक्शन नवावसिहं, बिजेन्द्र सिंह व अल्लो को दे रखे हैं इसी से लगभग पचास कनैक्शन घरेलू पंखा बत्ती के जोड़ दिये गये हैं. इसके बावजूद टांसफार्मर 25 केवीए का ही लगाया गया है. भारी लोड के कारण यह टांसफार्मर मात्र दो महीने में चार बार फुंक चुका है. हर बार टांसफार्मर फुकने के बाद वही पच्चीस केवीए का टांसफार्मर लगा दिया जाता है. हर बार प्रभावित किसानों ने गुहार लगाई कि जब इतना लोड बढा दिया है तो टांसफार्मर कम से कम 63 केवीए का लगाओ. लेकिन हर बार मामला लेनदेन को लेकर अटक गया. विद्युत कर्मचारियों की दलील है कि बिना खर्च पानी के हैवी टांसफार्मर कैसे मंजूर हो सकता है. पीड़ित पक्ष लेनदेन की व्यवस्था नहीं कर सका इसकी कीमत चार बार टांसफार्मर फुंकने से फसलों को नुकसान झेल कर चुकानी पडीं है, हालांकि नुकसान विद्युत विभाग को भी कम नहीं हुआ है लेकिन सरकारी नुकसान का किसी को कोई मलाल ही नहीं होता है. तो विद्युत विभाग को ही क्यों कर हो

प्रभावित किसानों हारुन, फारुख, भूरा, जफ्फन, नईमुद्दीन पप्पन सैनी, राजेन्द्र सैनी, रामसिंह सैनी, चेतराम सैनी, कैलाश सैनी, संते,जयप्रकाश सैनी, जान मौहम्मद, नबाब, फज्जू, वसीम, अलीम आदि ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर आठ दिन से खराब पडे टांसफार्मर को हटवा कर 63 केवीए का टांसफार्मर लगवाने की गुहार लगाई है.

जे ई और एस डी ओ ने फोन रिसीव ही नहीं किया. विभाग के अधिशासी अभियंता ने मामले से अवगत कराने पर शीघ्र समाधान कराने का आश्वासन दिया है

औरंगाबाद से राजेन्द्र अग्रवाल

Show More

Related Articles

Close